मानसून लगते ही भारत के कुछ राज्यों में बारिश बहुत ही अधिक रही , जिस वजह से उन राज्यों में बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ा और राज्यों को आर्थिक नुकसान भी पंहुचा। जिसमे हिमाचल प्रदेश को सबसे अधिक दिक्क्तों का सामना करना पड़ा जहा करीबन 4000 करोड़ का नुकसान हुआ। उत्तराखंड में कई जगह बारिश के चलते काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा जिसमे पर्यटक स्थनो के रखरखाव पर ध्यान रखना पड़ा। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम तीर्थयात्रियों को मौसम की जानकारी लेने के बाद अपनी यात्रा पर आगे बढ़ने की सलाह दी।
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ मौके पर मौजूद
सीएम धामी ने कहा कि राज्य में भारी बारिश के बाद कई इलाके पानी में डूब गए हैं और बचाव अभियान चलाने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ कर्मियों को जमीन पर तैनात किया गया है। उन्होंने तीर्थयात्रियों से मौसम की स्थिति की जांच करने के बाद ही यात्रा करने का आग्रह किया। ”कई जगहें पानी में डूबी हुई हैं। हमने आपदा नियंत्रण कक्ष में स्थिति का विश्लेषण किया और दिल्ली प्राधिकरण से भी बात की। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ मौके पर मौजूद हैं। हम बचाव प्रक्रिया में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते। मेरा सभी तीर्थयात्रियों से अनुरोध है कि वे मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा शुरू करें।
हर नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध
सी एम धामी ने मंगलवार सचिवालय में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिवों समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियो संग भारी वर्षा की वजह से आई आपदा से पैदा हुए हालत पर समीक्षा बैठक की। इस दौरान सीएम ने अधिकरियों को आपदा पीड़ितों को दिए जाने मुआवजे और आपदा प्रभावित क्षेत्रो में गर्भवती महिलाओ को हेली सेवा उपलब्ध करने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार हर नागरिक की सुरक्षा और उनके लिए हर संभव सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।