कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच हरिद्वार में कुंभ का आयोजन चल रहा है, लेकिन महामारी के कारण कुंभ में हर बार जैसी रौनक नहीं है। इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि मां गंगा के आशीर्वाद से यहां कोरोना नहीं फैलेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा, कुंभ की तुलना मरकज से नहीं की जा सकती है।
दरअसल, सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान के दिन घाटों पर उमड़ी भीड़ के फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थीं। लोगों ने इसकी तुलना 2020 में दिल्ली स्थित निजामुद्दीन दरगाह में हुए मरकज से करते हुए आलोचनाएं भी कीं। जिसके जवाब में मुख्यमंत्री रावत ने पलटवार किया।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, कुंभ मेला क्षेत्र ऋषिकेश से लेकर नीलकंठ क्षेत्र तक फैला है। स्नान के लिए 16 घाट हैं। अलग-अलग समय पर श्रद्धालु व साधु संत समाज के लोग स्नान कर रहे हैं। मरकज में एक ही हाल में कई कई लोग रहे। एक ही रजाई का अधिक लोगों ने इस्तेमाल किया। कुंभ की व्यवस्थाएं अलग हैं, इसलिए कुंभ की तुलना मरकज से करना सही नहीं है।
उन्होंने कहा, हरिद्वार महाकुंभ 2021 के दूसरे शाही स्नान का आयोजन भी कोविड 19 की गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए दिव्यता व भव्यता के साथ संपन्न हो गया है। उन्होंने सुरक्षित और सफल आयोजन में सहयोग के लिए सभी सहयोगियों का आभार जताया।
बता दें कि शाही स्नान के दौरान कई घाटों पर कोविड-19 के नियमों का पालन होता नजर नहीं आया। पुलिस साधु संतों की व्यवस्था में जुटी रही और तमाम श्रद्धालु बेरोकटोक घाटों पर स्नान करते रहे।12 अप्रैल को हरिद्वार में कोरोना के 400 से ज्यादा मामले आए जिसमें कुंभ क्षेत्र में तकरीबन 100 से ऊपर मामले थे।