महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए बहुत से उदहारण है लेकिन इसकी जागरूकता के लिए कम ही लोग आते है। महिला वो जो एक घर से लेकर देश तक का निर्माण कर सकती है भारत वर्ष में महिला सशकितकरण के आजदी से लेकर आज तक बहुत से उदाहरण है। जिन्होंने अपने क्षेत्र में भारत का नाम विश्व पटल पर रोशन किया जिससे हमारे देश को नई पहचान मिली। खेल के मैदान से अंतिरक्ष तक भारतीय महिलाओ ने भारत का परचम लहरया है। महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए देश भर में साइकिल यात्रा पर निकलीं आशा मालवीय ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात
महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए देश भर में साइकिल यात्रा पर निकलीं आशा मालवीय ने शनिवार को यहां मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की।
मुलाकात के दौरान सीएम धामी ने महिला सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से साइकिल यात्रा के माध्यम से जागरूकता फैलाने के लिए आशा मालवीय द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
आशा मालवीय मध्य प्रदेश की रहने वाली
सीएम ने कहा कि “अगर कोई व्यक्ति किसी लक्ष्य को पाने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ मेहनत करता है तो उसे उसमें सफलता जरूर मिलती है. मैं आशा मालवीय को बड़ी सफलता और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देता हूं। आशा मालवीय मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से हैं और उनका कहना है कि उन्होंने 1 नवंबर, 2022 को भोपाल से यात्रा शुरू की थी और यह यात्रा राष्ट्रीय राजधानी में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर समाप्त होगी। मालवीय ने कहा कि इस यात्रा के दौरान वह 28 राज्यों से होकर गुजरेंगी और कुल 25,000 किलोमीटर की दूरी तय करेंगी. फिलहाल, वह 23 राज्यों से होकर 19,700 किलोमीटर की यात्रा कर चुकी हैं और उत्तराखंड उनकी यात्रा का 24वां राज्य है।