कल देश भर में बकरीद मनाया जाना है। जहां कई बकरे की कुर्बानी देकर लोग इसे मनाते हैं। लेकिन इन सब के बीच मुंबई की एक सोसाइटी में एक बकरे के आते ही बवाल मच गया और काफी हंगाम भी हुआ। मामला इतना ज्यादा बढ़ गया कि यहां पर पुलिस को आना पड़ा। दोस्तों यहां हम आपको बताते चलें कि बकरीद के मौके पर कुर्बानी की परंपरा है, और इसलिए इस सोसाइटी में बकरे को लाया गया था। बता दें कि मुंबई के मीरा रोड पर मौजूद एक सोसाइटी में रहने वाला परिवार कुर्बानी के लिए एक बकरा लेकर आया था। और यह मामला विवाद में तब्दिल हो गया। यहां तक कि यहां पर हिंदूवादी संगठन बजरंग दल के लोग भी पहुंच गए।
मुस्लिम परिवार ने पुलिस में कराई शिकायत दर्ज
अपने त्योहार को शांति पूर्वक नहीं मनाए देने जाने के कारण मुस्लिम परिवार ने भी पुलिस को शिकायत दी है. उनके परिवार की महिला सदस्य यास्मीन ने सोसाइटी के लोगों के खिलाफ कशिमिरा पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 143, 147, 149, 354, 323, 341, 504, 506 पर शिकायत दर्ज करवाई है।
लगे जय श्रीराम के नारे
संगठन के लोगों ने वहां हनुमान चालीसा का पाठ किया और फिर जय श्रीराम के नारे भी लगाए. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराया. पुलिस के समझाने के बाद बवाल शांत हुआ और दोनों बकरे सोसाइटी के बाहर लेकर जाए गये. पुलिस ने नारेबाजी कर रहे लोगों को नियमों का हवाला देकर इस बात का आश्वासन दिया कि सोसाइटी के भीतर कुर्बानी नहीं दी जा सकती. हंगामे के इस मामले के बाद सोसाइटी में कोई अप्रिय घटना न हो इस वजह से पुलिस प्रशान ने वहां भारी पुलिसबल भी तैनात कर दिया है.
जानवरों की कुर्बानी की परंपरा
मान्यता है कि बकरीद के दिन इस्लाम धर्म के लोग कुर्बानी देते हैं. कहा जाता है हजरत इब्राहिम अल्लाह के बेहद करीब थे. अल्लाह के हुक्म के बाद वो अपने बेटे की कुर्बानी के लिए तैयार हो गए थे. जिसके लिए बेटे की कुर्बानी के वक्त आंखों पर उन्होंने एक पट्टी बांध ली थी. हालांकि जब उन्होंने आंखों से पट्टी उतारी तो उनका बेटा जिंदा था और उसकी जगह एक मेमना कुर्बान हो गया था. तभी से आज तक बकरीद के मौके पर बकरे और दूसरे जानवरों की कुर्बानी की परंपरा है.