तृणमूल कांग्रेस ने कोलकाता में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हुई हिंसक
और बंगाल नवजागरण के नायक ईश्वर चंद विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ जाने की घटना को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। राज्यसभा में पार्टी के नेता डेरेक ओ ब्रायन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ से मिलकर इसकी शिकायत की और अपने दावों के समर्थन में वीडियो क्लिप भी पेश किये। प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के मुख्य सचेतक सुधांशु शेखर राय, उप नेता मनीष गुप्ता और सांसद नदीमुल हक भी शामिल थे।
श्री राय ने पत्रकारों से कहा कि भाजपा ने राज्य से बाहर के गुंडे बुलाकर मंगलवार को कोलकाता में हिंसा की और बंगाल के नवजागरण नायक ईश्वर चंद विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ जिनकी दो सौवीं जयंती चार माह बाद मनाई जायेगी। वह महान शिक्षा शास्त्री समाजसुधारक थे। उन्होंने कहा कि मंगलवार की हिंसा की घटना के बाद तेजिंदर बग्गा को गिरफ्तार किया गया। यह बग्गा वही शख्स है जिसने उच्चतम न्यायलय के वकील प्रशांत भूषण को थप्पड़ मारा था।
यह आदमी कल श्री शाह की रैली में भी शामिल था। उन्होंने कहा कि भाजपा ने बिहार झारखंड और उत्तर प्रदेश से गुंडों को बुलाकर उन्हें गेस्ट हाउस और होटलों में ठहराया था और रोड शो के पहले एक वीडियो भी वितरित किया गया जिसमें लाठी लेकर आने और तृणमूल तथा पुलिस की पिटाई करने की बात कही गयी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने सभी वीडियो चुनाव आयोग को सौंपे हैं जिससे पता चलता है कि भाजपा के लोगों ने हिंसा की और कालेज की चारदीवारी लाँघ कर विद्यासागर की प्रतिमा तोड़।
श्री डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि श्री शाह ने सोनार बांगला को कंगाल बंगला कहा और वह एक नम्बर के झूठे व्यक्ति हैं। उन्होंने तृणमूल पर हिंसा करने के भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कहा कि पूरे बंगाल में करीब चालीस हजार मतदान केंद्र हैं, इनमें से केवल छह मतदान केंद्र पर फिर से मतदान होंगे जबकि त्रिपुरा में 1500 में से 170 मतदान केन्द्रों पर फिर से मतदान होने वाला है। वहाँ तो भाजपा की सरकार है। तृणमूल नेताओं से जब यह पूछा गया कि चुनाव आयोग से उनकी क्या मांग है तो उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की।