ऋषिकेश : उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने न्यायालय द्धारा सभी वाहनों मे स्पीड गवर्नर लगाने के निर्णय के विरोध में एकजुट होकर संघर्ष करने का विरोध करने का निर्णय लिये जाने के साथ 17 अगस्त से 48 घंटे का चक्का जाम किए जाने का निर्णय भी लिया गया। जिसे चलाने के लिए 11 सदस्य एक संघर्ष समिति का गठन किये जाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया।
महासंघ के अध्यक्ष संजय शास्त्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान परिवहन विभाग की तानाशाही के साथ कई खामियों पर प्रस्ताव भी पारित कर जहां प्रशासन से एक प्रतिनिधि मण्डल के मिलने की बात भी कही, तो वहीं आंदोलन को गति देने के लिए एक महासंघ का गठन कर उसकी इकाई सभी जिलों मे बनाए जाने पर भी सहमति बनी। इसी के साथ प्रशासन द्धारा उनकी मांग न माने जाने पर परमिट परिवहन विभाग को सौंपने पर चर्चा की गई।
टैक्सी संचालक भी हड़ताल में कूदे
बैठक में स्पीड गवर्नर लगाने के सरकारी फरमान के विरोध मे न्यायालय मे भी अपील किये जाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया । बैठक में आंदोलन किए जाने पूर्व जनप्रतिनिधियों से ही मिलने की बात कही गई। बैठक में अपनी मांग मनवाने के लिए 17 अगस्त से 48 घंटे का चक्का जाम करने का निर्णय भी लिया गया। महासंघ के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने कहा कि यदि उसके बावजूद जी उनकी मांगे ना मानी गई तो अनिश्चितकालीन भी हड़ताल की जा सकती है, जिसे चलाने के लिए सभी जिलों के पदाधिकारी तन मन से सहयोग करेंगे।
हड़ताल से पहले एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के मुख्यमंत्री को मिलकर अपनी समस्याओं से अवगत करवाएगा । बैठक में दिनेश बहुगुणा, महंत विनय सारस्वत, मनोज ध्यानी, भोपाल सिंह नेगी, चंडी प्रसाद, धर्मेंद्र सिंह, चंदन भूरिया बुरियाल, सुनील कुमार, देवेंद्र कंडारी, कुंवर सिंह तडियाल, द्वारिका प्रसाद, सुरेंद्र सिंह, भगवान सिंह राणा आदि उपस्थित थे।
– विक्रम सिंह