रुद्रप्रयाग/देहरादून : उत्तराखंड में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं में भूस्खलन से मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। दून के रायपुर क्षेत्र के सोडा ग्वाड़ गांव में बादल फट गया। इससे गांव की पेयजल योजना, नहर, रास्ते को नुकसान हुआ है। ऋषिकेश में आकाशीय बिजली गिरने से बापू ग्राम के दो घरों में मकान की दीवारें फट गईं। वहीं, गंगा का जलस्तर ऋषिकेश और हरिद्वार में चेतावनी रेखा से ऊपर बह रहा है। चमोली में बदरीनाथ हाईवे क्षेत्रपाल, छिनका और लामबगड़ में भूस्खलन के कारण मलबा आने से बंद हैं। उधर, भारी बारिश के कारण रुद्रप्रयाग जिले के तोशी गांव में गुरुवार देर रात को बादल फटने की सूचना है।
ग्रामीणों के अनुसार रात करीब 9 से 11 बजे के बीच तेज बारिश के कारण बादल फटने से काफी नुकसान हुआ। इसमें तीन पैदल पुल बह गए। साथ ही कई जगह पर पानी की लाइनें बह गईं। इसके साथ ही कई जगह पर गौशाला भी टूट गई है। कई मवेशी भी पानी में बह गए। देहरादून के रायपुर क्षेत्र के सोडा ग्वाड़ गांव में बादल फटने की सूचना है। प्रशासन की टीम क्षेत्र की पटवारी मीनाक्षी कठैत के नेतृत्व में मौके के लिए रवाना हो गई है।
दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में तेज बारिश की चेतावनी
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपशिखा रावत ने बताया कि गांव के एक गधेरे में अचानक शुक्रवार सुबह पानी बढ़ गया। इससे गांव की पेयजल योजना, नहर, रास्ते को नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि नदी नाले में किसी के बहने की सूचना नहीं है। गांव के प्रधान महेंद्र सिंह ने बताया कि नाले में पानी बढ़ने से रास्ते और खेती को नुकसान की बात कही।