संसदीय कार्यवाही के दौरान कुछ शब्दों के इस्तेमाल पर रोक लगाए जाने के बाद से विपक्ष बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर हमलावर है। इस बीच संसद परिसर में धरना और प्रदर्शन करने पर भी बैन लगाया गया है। इस बीच पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी विधायकों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ कठोर शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। टीएमसी को लगता है कि राज्य विधानसभा में भी ऐसी भाषाओं के इस्तेमाल पर कुछ अंकुश लगना चाहिए।
राज्य के परिवहन मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के अनुसार, विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी समेत विपक्षी भाजपा विधायकों द्वारा कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो उचित नहीं हैं। फिरहाद हकीम ने कहा, वे अक्सर मुख्यमंत्री बनर्जी पर व्यक्तिगत हमला करते हैं, जो स्वीकार्य नहीं है और इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है।
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राज्य के परिवहन मंत्री के अनुसार, संसद या विधानसभा देश के लोकतंत्र का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा, वहां निर्वाचित जनप्रतिनिधि महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करते हैं। विपक्ष के पास अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए जगह है। लेकिन पश्चिम बंगाल में, जिस तरह से व्यक्तिगत हमले किए जाते हैं, उसे नियंत्रित करने की जरूरत है। तृणमूल कांग्रेस लंबे समय से विपक्ष में थी। लेकिन हमने कभी भी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया, खासकर मुख्यमंत्री के खिलाफ।
जब फिरहाद हकीम से पूछा गया कि क्या विधानसभा सत्र के दौरान कुछ शब्दों और वाक्यांशों के इस्तेमाल को रोकने के लिए विधानसभा सचिवालय कोई पहल करेगा, तो उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया।