गुजरात चुनाव में बीजेपी को भारी बहुमत मिला जिसके बाद गुजरात में बीजेपी की सरकार बनी। जिसके बाद विधायकों की गांधीनगर के बीजेपी मुख्यालय में बैठक बुलाई गई है। जिसमें विधायक दल के नेता के नाम की घोषणा की जाएगी।
वैसे तो भूपेंद्र पटेल को ही राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। इस बात की घोषणा कई बार की जा चुकी है। लेकिन वह एक चुनावी घोषणा थी। इस बीच अब नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक है। जिसमें मंत्रिमंडल के नए नेता का नाम घोषित किया जाएगा। बता दें सोमवार को दोपहर 2:00 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और इसके अलावा बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। इसके साथ ही कयास लगने शुरू हो गए हैं। कि नए मंत्रिमंडल मे किसे क्या जिम्मेदारी दी जाएगी। किस समाज के लोगों का नाम मंत्रिमंडल में रखा जाएगा। इस बात का पूरा ख्याल रखा जायेगा। क्योंकि अब बीजेपी के लिए अगला टारगेट 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव है।
2014 और 2019 की तरह ही एक बार फिर बीजेपी गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों को जीतने के लक्ष्य बना रही है।माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुये राज्य में11 कैबिनेट और 14 राज्य स्तर के मंत्रियों के साथ कुल 25 सदस्यों वाला नया मंत्रिमंडल बनाया जाएगा। कैबिनेट मंत्री बनाये जाने वाले लोग काफ़ी अनुभवी लोग होंगे। इससे साफ है कि पहली बार विधायक बनने वालों को कैबिनेट मंत्री बनाने कम सम्भावना है।
कैबिनेट में इन नेताओं को मिलेगी जगह
नई कैबिनेट में रमनलाल बोरा को जगह मिल सकती है। इसके साथ ही इन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वोरा पहले भी ये जिम्मेदारी निभा चुके हैं।शंभूनाथ टुण्डिया महंत को भी अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। शंकर चौधरी जो सहकारी क्षेत्र में अपना नाम कमा चुके हैं। बनास डेयरी का अच्छे से संचालन कर चुके हैं और सहकारिता में अपना लोहा मनवा चुके हैं। नए कैबिनेट में इनको अहम जगह मिल सकती है। नई कैबिनेट के कंधों पर 2024 के आमचुनाव में 26 की 26 लोकसभा सीटें जिताने की जिम्मेदारी होगी।
कैबिनेट में इन नेताओं को मिलेगी जगह
नई कैबिनेट में रमनलाल बोरा को जगह मिल सकती है। इसके साथ ही इन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वोरा पहले भी ये जिम्मेदारी निभा चुके हैं।शंभूनाथ टुण्डिया महंत को भी अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। शंकर चौधरी जो सहकारी क्षेत्र में अपना नाम कमा चुके हैं। बनास डेयरी का अच्छे से संचालन कर चुके हैं और सहकारिता में अपना लोहा मनवा चुके हैं। नए कैबिनेट में इनको अहम जगह मिल सकती है। नई कैबिनेट के कंधों पर 2024 के आमचुनाव में 26 की 26 लोकसभा सीटें जिताने की जिम्मेदारी होगी।