शिवसेना नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर ने शनिवार को कहा कि वह कुछ ‘‘परिस्थितियों और समस्याओं’’ के कारण मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो गए हैं। खोतकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के उपनेता पद से इस्तीफा दे दिया था। खोतकर ने कहा, ‘‘कुछ परिस्थितियों और समस्याओं के कारण, मैंने शिवसेना छोड़ने का फैसला किया। मुझे ठाकरे के प्रति कोई नाराजगी नहीं है। कुछ परिस्थितियों ने मुझे पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया।’’
भाजपा -शिवसेना की संयुक्त सरकार में मंत्री रहे खोतकर
खोतकर ने कहा कि उन्होंने ठाकरे से बात की और उन्होंने उनसे कहा कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान होता है तो वह शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। खोतकर 2016 से 2019 के बीच देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली भाजपा-शिवसेना सरकार में मंत्री थे। उन्हें हाल में ठाकरे द्वारा शिवसेना के उपनेता पद पर पदोन्नत किया गया था। भावुक खोतकर ने कहा कि शिवसेना ने उन्हें बहुत कुछ दिया है और उन्होंने जालना जिले में पार्टी को मजबूत करने के लिए काम किया है। खोतकर ने कहा कि उन्होंने किसानों के कल्याण के लिए जालना चीनी कारखाना खरीदा और इसके लिए कर्ज लिया था।
जालना से लोकसभा चुनाव में ताल ठोकेंगे खोतकर
खोतकर ने कहा, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से कारखाना शुरू करने के लिए मेरा समर्थन करने के लिए कहा और उन्होंने आश्वासन दिया कि वह मदद करेंगे।’’ खोतकर ने कहा कि उन्होंने स्थानीय भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे से भी मुलाकात की और जालना से लोकसभा टिकट के लिए दावा पेश किया। जून में, प्रवर्तन निदेशालय ने जालना चीनी कारखाने में छापेमारी की थी और महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले की अपनी जांच के सिलसिले में 78.38 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी।