नई टिहरी : उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने टिहरी जिले के कंगसाली गांव पहुंचकर मैक्स दुर्घटना में एंजल इन्टरनेशनल स्कूल के मृतक बच्चों को श्रद्धांजलि देते हुए मृतक आत्माओं की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रख कर गहरा दुख व्यक्त किया, इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वाहन दुर्घटना के मृतक एवं घायल बच्चों के परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि वाहन दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है जिसका सभी को बहुत दुख है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वाहन दुर्घटना की सूचना मिलते ही सरकार द्वारा अधिकारियों को घायलों के त्वरित उपचार की व्यवस्था के निर्देश दिये गये, घायल बच्चे शीघ्र अस्पताल पहुंच सके इस हेतु हैलीकॉप्टर की व्यवस्था की गयी, मृतक एवं घायलों के परिजनों की क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग पर मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किये जाने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है, उन्होने बताया कि प्रदेश में बॉन्ड पर तैयार किये गये डॉक्टर जो बॉन्ड तोड़कर चले गये उन्हे वापस लाने के लिए प्रदेश सरकार ने हाईकोर्ट में मुकदमा लड़ा है तथा एक सप्ताह पूर्व ही सरकार को जीत हासिल हुई है जिसकी बदौलत प्रदेश को शीघ्र ही 600 डॉक्टर मिलने की सम्भावना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतापनगर क्षेत्र के लिए राज्य सरकार द्वारा एक और एम्बुलेंस बोट की व्यवस्था की जायेगी। उल्लेखनीय है कि वाहन दुर्घटना के मृतकों को जिला प्रशासन द्वारा प्रति मृतक रूपये एक लाख की धनराशि तथा वाहन दुर्घटना के घायलों को प्रति घायल रूपये दस हजार की धनराशि पूर्व में ही वितरित की जा चुकी है। मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा उक्त के अतिरिक्त एक लाख रूपये प्रति मृतक एवं रूपये पचास हजार प्रति घायल वितरित किये जाने हेतु चैक के रूप में जिलाधिकारी को उपलब्ध कराये गये हैं।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक विजय सिंह पंवार, जिलाधिकारी डॉ.वी. षणमुगम, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, मुख्य चिकित्साधिकारी भागीरथी जंगपांगी, उपजिलाधिकारी प्रतापनगर अजयबीर सिंह आदि उपस्थित थे।
डोबरा-चांठी पुल जल्द ही जनता को समर्पित कर दिया जायेगा : उन्होने कहा कि टिहरी बांध से सर्वाधिक प्रभावित प्रतापनगर की जनता हुई है इसे ध्यान में रखते हुए निर्माणाधीन डोबरा-चांठी पुल हेतु सरकार द्वारा एक मुस्त 88 करोड़ दिये गये, उन्होने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा है कि आगामी फरवरी माह तक डोबरा-चांठी पुल जनता को समर्पित कर दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री रावत ने दुर्घटना के मृतक एवं घायल बच्चों के परिजनों को आश्वस्त किया कि दुर्घटना की जांच चल रही है, इसमें जो भी दोषी पाया जायेगा उनके विरूद्ध नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
मृतकों एवं घायलों के परिजनों की मांग पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि सरकार द्वारा भारत सरकार से प्रदेश के प्रत्येक विकासखण्ड में एक केन्द्रीय विद्यालय खोलने की मांग की गयी है।