तेलंगाना में निजामाबाद के करीब 50 किसान अपनी समस्याओं को उजागर करने के एक प्रयास के तहत वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन दायर करने के लिए रवाना हुए जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फिर से चुनाव मैदान में हैं। किसानों की योजना हल्दी की लाभकारी कीमत और एक हल्दी बोर्ड के गठन की मांग पर दबाव बनाने के लिए निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने की है।
किसानों के समूह के एक नेता गंगा रेड्डी ने शुक्रवार को बताया कि वे वाराणसी के रास्ते में हैं। वाराणसी में अंतिम चरण में 19 मई को चुनाव होगा। उन्होंने बताया कि समूह में 52 लोग हैं तथा और भी अधिक लोग वाराणसी पहुंचेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम एक हल्दी बोर्ड चाहते हैं। हम केन्द्र और सभी राजनीतिक पार्टियों को इसके लिए जागरूक करने के लिए नामांकन दायर करने जा रहे हैं।’’
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उन्होंने बताया कि विचार यह है कि उनके नामांकन से बहस को एक गति मिलेगी, जिससे हल्दीबोर्ड के गठन को बढ़ावा मिलेगा। रेड्डी ने कहा कि हल्दी बोर्ड के गठन की इच्छा रखने वाले तमिलनाडु के हल्दी किसान भी वाराणसी पहुंच रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार एक हल्दी बोर्ड का गठन करने में विफल रही है। रेड्डी ने बताया कि वह किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़े हुए नहीं हैं।