महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक घमासान को देख उस देश की याद आ जाती है जहा हर साल नए प्रधानमंत्री बन जाते है और फिर ये फिर कुर्सी पर बैठने वाले को ये भय रहता है वो कितने और दिन रहेगा। फ़िलहाल महाराष्ट्र की राजनीति भारतीय राजनीति के उठा – पटक की उदहारण बनती जा रही है हर दिन कुछ नए आयाम गढ़ रही है। कभी रात के अंधरे में तो कभी रविवार की दोपहर में कौन कब किस पद की शपथ लेले ये किसी को नहीं पता.. लेकिन इतना है जो भी हो रहा है नए राजनीतिक लोगो को एक सीख दे रहा।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार को एमके स्टालिन का समर्थन
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में आंतरिक कलह के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार को अपना समर्थन दिया, क्योंकि वरिष्ठ नेता अजीत पवार विधायकों के एक समूह के साथ भाजपा के नेतृत्व वाली एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए।
स्टालिन ने एनसीपी प्रमुख को फ़ोन कर बात की
तमिलनाडु सीएम कार्यालय के मुताबिक, स्टालिन ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से बात की और उन्हें अपना समर्थन दिया। एनसीपी नेता अजित पवार ने पार्टी के आठ अन्य विधायकों के साथ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। एनसीपी के 53 विधायक और नौ एमएलसी हैं, जिनमें से अजित पवार समेत नौ विधायक एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं।