तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तमिल भाषा को अन्य राज्यों में वैकल्पिक भाषा के तौर पर शामिल करने की अपील की। पलानीस्वामी ने ट्वीट कर कहा, “मैंने आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से तमिल भाषा को अन्य राज्यों की शिक्षा प्रणाली में विकल्प के तौर पर शामिल करने की गुजारिश की है। विश्व की सबसे ऐतिहासिक भाषाओं में एक तमिल भाषा के लिए यह सम्मान की बात होगी।”
पलानीस्वामी की यह टिप्पणी उस समय आई है जब केंद्र सरकार द्वारा हिन्दी भाषा को दक्षिण के राज्यों में कथित रूप से थोपे जाने को लेकर उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराया था। राज्य में हालांकि विरोध के बाद हिंदी भाषा को सभी विद्यालयों में अनिवार्य करने का प्रस्ताव सोमवार को राष्ट्रीय शिक्षा निति द्वारा रद्द कर दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि संशोधित मसौदा में भी कक्षा एक से तीन भाषाओं के फार्मूले की सिफारिश की गई थी जिसका सत्तारूढ़ पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी अन्नाद्रमुक ने विरोध किया है।