झारखंड के जमशेदपुर से सटे कपाली ताजनगर में देश की पहली महिला मस्जिद सैय्यदा जहरा बीबी फातिमा इस साल के अंत तक बन कर तैयार हो जाएगी।बता दें इस मस्जिद में केवल महिलाएं ही नमाज अदा करने जा सकेंगी। पुरुषों का प्रवेश पूरी तरह वर्जित होगा। बता दें कि, यहां इमाम से लेकर दरबान तक सभी महिलाएं ही होंगी। हालांकि, इस्लामिक धर्म गुरुओं का कहना है कि महिलाएं इमामत नहीं कर सकती हैं। इसलिए इसका विरोध भी शुरू हो चुका है।
अल-इमदाद कहना है
आपको बता दें, अल-इमदाद एजुकेशन वेलफेयर एंड चैरिटेबल सोसायटी बनाकर करीब 25 साल से गरीब बच्चियों के लिए हाईस्कूल चला रहे हैं। उनका कहना है जब महिलाएं पुरुषों के साथ हज कर सकती हैं तो मस्जिद जाने में एतराज किस बात का है। इस मस्जिद में महिलाएं बिना किसी बंदिश के धार्मिक रीतियों का पालन करने के साथ ही आपस में मिलकर नई-नई चीजों को सीखकर जीवन के नए पहलुओं को सीखेंगी। साथ ही अंधविश्वास को दूर भी करेंगी।
आबादी और माहौल के तकाजा से रूबरू कराया जाएगा
दरअसल, कई तरह के विरोध के बावजूद जनवरी-2021 में मस्जिद की नींव रखी। यहां मस्जिद के साथ स्कूल में खेल मैदान, हॉस्टल, कंप्यूटर लैब, डिजिटल लाइब्रेरी होगी। इसमें प्रतियोगी परीक्षाओं, विश्वविद्यालयों, झारखंड जैक बोर्ड के सिलेबस पर आधारित किताबें मौजूद होंगी. यहां कुरान की रोशनी में व्यावहारिक जीवन की शिक्षा दी जाएगी. समाज में किस तरह रहना है, मुल्क, राज्य, शहर और बस्ती की आबादी और माहौल के तकाजा से रूबरू कराया जाएगा।