तमिलनाडु में अनीता की खुदकुशी के बाद सड़कों पर उतरे छात्र , NEET के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन - Punjab Kesari
Girl in a jacket

तमिलनाडु में अनीता की खुदकुशी के बाद सड़कों पर उतरे छात्र , NEET के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन

NULL

तमिलनाडु में मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं मिलने की वजह से अनिता नाम की एक लड़की ने खुदकुशी कर ली। इसके बाद से ही मेडिकल एंट्रेस परीक्षा NEET को लेकर जोरदार प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। इतना ही नहीं लगभग 14 छात्र इसके विरोध में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर भी बैठ गए हैं।

बता दे कि 200 से ज्यादा सीपीआई (एम) के कार्यकर्ताओं ने चेन्नई के माउंट रोड को करीब आधे घंटे तक जाम रखा। उन्हें बाद में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वहीं, द वीसीके, नाम तमिलर काची और दूसरे ग्रुप ने अनिता को श्रद्धांजलि दी और नीट इंट्रेस एग्जाम को रद्द करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने अनिता की मौत का जिम्मेदार केंद्र और प्रदेश सरकार को ठहराया।

वही इसके पीछे MBBS में प्रवेश पाने के लिए अनिवार्य किए गए एंट्रेंस एग्जाम ‘NEET’ की नीतियों को दोषी ठहराया जा रहा है।

तमिल सुपरस्टार्स रजनीकांत और कमल हासन ने अनिता को श्रद्धांजलि दी। कम हासन ने कहा कि हम अनिता को न्याय दिलाने के लिए जाति, पंथ और दूसरी सीमाओं से बढ़कर सोच रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं ।

वही सुपरस्टार रजनीकांत और कमल हसन ने भी अनिता की मौत पर गहरा दुख प्रकट किया। रजनीकांत ने Facebook पर पोस्ट किया और कहा कि अनिता के साथ जो भी हुआ वो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इस कदम को उठाने के पहले उस पर क्या बीत रही होगी मैं उस दर्द को समझ पा रहा हूं। मेरी संवेदनाएं उसके परिवार के साथ है।

इसी बीच AIADMK नेती टीटीवी दिनाकरन ने अनिता की मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि मैं हैरान हूं कि हम सबकी प्यारी बेटी ने नीट के खिलाफ संघर्ष करते हुए आत्महत्या कर ली।

आपको बता दे कि अरियालुर जिले की अनीता एस ने अपने कई साथियों के साथ नीट के खिलाफ याचिका दायर की थी जिसे उच्चतम न्यायालय ने खारिज कर दिया था। अनीता का मानना था कि नीट के नए नियमों के चलते ग्रामीण इलाकों से आने वाले छात्रों को नुकसान रहेगा। अनीता खुद भी ऐसी ही बैकग्राउंड से आती थीं। उनके पिता दिहाड़ी मजदूर हैं।

अनीता को अपनी 12वीं की परीक्षा में 98 % नंबर मिले थे । जिससे उन्हें मेडिकल में एडमिशन मिल सकता था। मगर NEET लागू होने के बाद एडमिशन की प्रक्रिया बदल गई। NEET में मिले 86 % नंबरों के चलते अनीता को मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल पाया। अनीता इसके चलते डिप्रेशन में चली गईं। शुक्रवार को उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

3 × two =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।