पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया है। शिक्षक भर्ती घोटाले में नाम आने के बाद टीएमसी सरकार ने ये कार्रवाई की। इस बीच बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के शिक्षा राज्य मंत्री परेश अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद उन्हें ममता कैबिनेट में बनाए रखने पर सवाल उठाया।
पश्चिम बंगाल बीजेपी के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट किया, “एसएससी घोटाले की जड़ इतनी गहरी है कि कलकत्ता हाईकोर्ट को परेश अधिकारी की बेटी अंकिता अधिकारी की अवैध नियुक्ति रद्द करनी पड़ी (उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है), जो ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में शिक्षा राज्य मंत्री हैं। उन्हें बर्खास्त क्यों नहीं किया गया? क्या बताएंगी ममता बनर्जी?”
The rot of SSC Scam is so deep that Calcutta HC had to cancel illegal appointment of Ankita Adhikari, daughter of Paresh Adhikari (an FIR has been filed against him), who is the MoS Education in Mamata Banerjee’s cabinet. Why has he not been sacked?
Will Mamata Banerjee explain?
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 29, 2022
इससे पहले मालवीय ने कहा, “पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल, जो एसएससी घोटाले की बारीक जानकारी रखते हैं, उन्होंने हाल ही में एक कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण बात रखी थी। उन्होंने बताया कि कई मुख्यमंत्रियों ने समान लेकिन बहुत छोटे भर्ती घोटालों के लिए कई साल जेल में बिताए हैं। इससे ममता बनर्जी को चिंता होनी चाहिए।”
ईडी ने एसएससी घोटाले में पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया है और उनके करीबी सहयोगी से करीब 50 करोड़ रुपये, कई किलोग्राम सोना और कई संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। गुरुवार को चटर्जी को राज्य कैबिनेट और तृणमूल कांग्रेस के पद से हटा दिया गया।
अमित मालवीय ने कहा, बरामद नकदी ने टीएमसी सरकार के काले घेरे को उजागर कर दिया है। पार्थ चटर्जी से छुटकारा पाना इस बात की स्वीकारोक्ति है कि फंदा कस रहा है और ममता को पकड़ने में अभी कुछ समय बाकी है।