श्रद्धा के हत्यारे आफताब का परिवार फरार, क्या पुलिस की नई चुनौती बनेगा यह खौफनाक मर्डर केस? - Punjab Kesari
Girl in a jacket

श्रद्धा के हत्यारे आफताब का परिवार फरार, क्या पुलिस की नई चुनौती बनेगा यह खौफनाक मर्डर केस?

मुंबई के बाहरी इलाके में, एक हाउसिंग सोसाइटी के निवासी यह जानकर हैरान रह गए कि इस सोसाइटी

मुंबई के बाहरी इलाके में, एक हाउसिंग सोसाइटी के निवासी यह जानकर हैरान रह गए कि इस सोसाइटी में रहने वाले एक परिवार के एक सदस्य को अपनी ‘लिव-इन-पार्टनर’ की हत्या कर उसके टुकड़े करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।पुलिस के अनुसार आफताब अमीन पूनावाला ने अपनी ‘लिव-इन पार्टनर’ श्रद्धा वालकर (27) की गत 18 मई की शाम को कथित तौर पर गला घोंट कर हत्या कर दी थी और उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए। आरोपी ने शव के टुकड़ों को दक्षिण दिल्ली के महरौली में अपने आवास पर लगभग तीन सप्ताह तक एक बड़े फ्रिज में रखा तथा बाद में उन्हें कई दिनों तक विभिन्न हिस्सों में फेंकता रहा।
पूनावाला का परिवार पिछले महीने ही वसई से मीरा रोड आवासीय सोसाइटी में स्थानांतरित हुआ था।इमारत में रहने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि उन्होंने आफताब पूनावाला (28) को नहीं देखा है, जिसे दिल्ली पुलिस ने वालकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था।एक निवासी ने कहा, ‘‘यह जानकर हैरानी होती है कि आफताब ने उसके शव के 35 टुकड़े कर दिये और इन्हें 300 लीटर के फ्रिज में अपने आवास पर हफ्तों तक रखा और फिर इन्हें कई दिनों तक दिल्ली के महरौली स्थित जंगल में फेंकता रहा।’’
बंद फ्लैट को दिखाते हुए उन्होंने मीडिया से कहा, ‘‘परिवार इस इमारत की 11वीं मंजिल पर दिवाली के आसपास दो बेडरूम के फ्लैट में स्थानांतरित हुआ था, लेकिन पिछले हफ्ते से फ्लैट में ताला लगा हुआ है।’’उन्होंने कहा कि इमारत में आने के तुरंत बाद, आफताब के माता-पिता और भाई सहित परिवार के सदस्य घूमने चले गये थे और इस जघन्य अपराध की खबर के बाद वापस लौट आए।उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद हमने उन्हें (आफताब के पिता अमीन और मां मुनीरा) दो बार देखा जब वे अपने फ्लैट के बाहर कूड़ेदान रख रहे थे। अमीन भाई, मुनीरा और उनके बेटे बातूनी हैं। हमने उन्हें पिछले एक हफ्ते से नहीं देखा है।’’उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद (आफताब के बारे में खबर) पूनावाला परिवार तनाव में था। हम नहीं जानते कि वे अब कहां हैं।’’
हाउसिंग सोसाइटी के चार विंग हैं: ए, बी, सी और डी। पहली तीन विंग में 21 मंजिला इमारतें हैं जबकि विंग डी, जहां पूनावाला परिवार स्थानांतरित हुआ था, में 18 मंजिल हैं और प्रत्येक मंजिल पर आठ फ्लैट हैं।इमारत के चौकीदार ने कहा कि उन्हें पूनावाला परिवार के बारे में पता नहीं था क्योंकि यह काफी बड़ी हाउसिंग सोसाइटी है, और सभी लोगों की हर समय ‘‘निगरानी करना संभव नहीं है।’’यह संवाददाता मीरा रोड में पूनावाला के आवास पर तब गया गया जब स्थानीय पुलिस ने बताया कि परिवार एक अज्ञात स्थान पर चला गया है और अब उसका कोई अता पता नहीं है।दिल्ली पुलिस की एक टीम ने शुक्रवार को श्रद्धा वालकर के करीबी दोस्त का बयान उसके गृहनगर वसई में दर्ज किया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

fourteen − 14 =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।