शिवसेना की लड़ाई अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है, उद्धव गुट इस जंग को सुप्रीम कोर्ट तक ले गए है। सुप्रीम कोर्ट जल्द ही शिवसेना का भविष्य तय करेगी कि शिवसेना किस गुट के पास जाएगी। बता दें उद्धव ठाकरे के वकील कपिल सिब्बल ने चुनाव आयोग के फैसले पर रोक लगाने की मांग की और कहा कि चुनाव आयोग ने शिवसेना को लेकर गलत फैसला दिया है ।
सुप्रीम कोर्ट पहुंची शिवसेना की पहचान पाने की लड़ाई
साथ ही साथ उन्हें इस फैसले को वापस लेना चाहिए। इस पर प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि इस मामले की सुनवाई के लिए संविधान पीठ नियुक्त की गई है। उन्होंने कहा कि हम रोजाना होने वाले नियमित काम को प्रभावित नहीं करना चाहते हैं, इसी कारण इस मामले की सुनवाई कल यानि की 22 फरवरी दोपहर 3.30 बजे करेंगे। मुख्य न्यायाधीश ने कहा, सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ पहले से ही उद्धव बनाम शिंदे विवाद के अन्य पहलुओं की विस्तृत सुनवाई कर रही है, इसलिए इसे बीच में रोकना सही नहीं होगा।
उन्होंने कहा, वह पहले नई याचिका को पढ़ना चाहते हैं और फिर कल दोपहर 3.30 बजे मामले की सुनवाई करेंगे। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली 5 जजों की संविधान पीठ ने शिंदे खेमे के 16 विधायकों को अयोग्य करार दिया, शिंदे को सरकार बनाने की अनुमति दी उद्धव गुट की ओर से आमंत्रण, नए स्पीकर के चुनाव जैसे कई मामलों पर उठाए गए सवालों पर दायर याचिका पर आज सुनवाई हो रही है। अब आखिरी में देखना ये होगा कि शिवसेना किस गुट की होती है।