शिवसेना ने एक बार फिर अपने मुखपत्र ‘सामना’ के जरिये बीजेपी नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला बोला। शिवसेना ने राहुल गांधी से कथित धनशोधन के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ को लेकर केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि बीजेपी पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी की स्मृतियों को मिटा देना चाहती है।
शिवसेना ने ‘सामना’ के सम्पादकीय में कहा कि गांधी से पूछताछ करके बीजेपी यह प्रदर्शित करने की कोशिश कर रही है कि वह “किसी का भी गर्दन पकड़’ सकती है, चाहे कोई व्यक्ति कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो? सम्पादकीय में कहा गया कि यह सत्ता का गुरूर है।
‘अग्निपथ’ योजना को लेकर वरुण गांधी ने राजनाथ को लिखा पत्र, पूछा- 4 साल के बाद युवाओं का क्या होगा
सम्पादकीय में दावा किया गया, ‘‘बीजेपी न केवल कांग्रेस के दिवंगत नेताओं- पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी- की स्मृतियों को मिटा देना चाहती है, बल्कि यह नेहरू-गांधी परिवार की संभावनाओं को भी ‘तहस-नहस’ करना चाहती है।’’
सम्पादकीय में कहा गया कि आज राहुल गांधी और सोनिया गांधी के साथ हुआ है, कल कोई और हो सकता है। इसमें पूछा गया कि ऐसा क्यों है कि शिवसेना, राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस जैसे दलों के नेता ईडी की जांच के दायरे में हैं, लेकिन जांच एजेंसी को कभी भी बीजेपी के किसी नेता पर छापे मारते नहीं देखा गया है।