राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार ने महाराष्ट्र में हो रहे बदलावों को लेकर एक ऐसी बात कही है कि जिसको सुनने के बाद शायद आप हैरान रह जाए। शरद पवार गठबंधन इंडिया की एकजुटता को लेकर काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं। एक किताब विमोचन में इंटरव्यू के दौरान उन्होने कहा कि अगर उनकी पार्टी एनसीपी के साथ कांग्रेस और शिवसेना यह तय कर ले कि महाराष्ट्र में बदलाव लाना है तो यह बदलाव आकर ही रहेगा। बता दें कि यह तीनों पार्टियां ही महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल है। पुस्तक विमोचन में उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में राज्य सरकार के साथ जोड़ना काफी मुश्किल भरा सफर रहेगा। शरद पवार ने पिछली सरकार को भी याद किया जिसमें उन्होंने कहा कि पिछली सरकार कला संस्कृति और इतिहास के संरक्षण में काफी मदद करती थी।
एक साथ एमवीए के तीन लोग एक ही मंच पर
पुस्तक विमोचन में शरद पवार के साथ साथ यूपी के नेता उद्धव ठाकरे और वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट भी वहां पर मौजूद थे। ऐसा पहली बार हुआ जब बगावत के बाद यह तीनों नेता एक साथ नजर आए। शरद पवार ने कहा कि वर्तमान में राज्य सरकार के साथ जुड़ना काफी मुश्किल है लेकिन जल्द ही इसका हल निकल जाएगा। 2 जुलाई के दिन अजित पवार ने शिवसेना से बगावत कर राज्य सरकार का दामन थाम लिया था। और इस विद्रोह के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि एमवीए के तीन सहयोगी एक साथ एक ही मंच पर नजर आए। इस बगावत के बाद अजित पवार ने शरद पवार से मुलाकात भी की थी। जिसके बाद पवार गुटके विधायकों के बीच काफी बेचैनी दिखाई दी।
ताज होटल में हुई विधायकों की बैठक
विधायक प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील से अजीत पवार और बागी विधायकों को लेकर जल्द से जल्द स्पष्ट रुख करने के लिए भी बहुत कुछ कह चुके हैं। बता दें की उन्होंने शरद पवार को लेकर भी काफी नाराजगी व्यक्त की है की वो इतने लंबे समय से चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। जयंत पाटिल ने कुछ समय पहले ही एनसीपी विधायकों के साथ ताजमहल होटल में मुलाकात की थी, जिसका मकसद सहयोगी विधायकों की भावनाओं को समझने का था।