महाराष्ट्र में सियासी घमासान जारी है। जहां एनसीपी नेता शरद पवार और अजीत पवार दोनों ने अपनी अलग गाड़ी पकड़ ली है। जिसके बाद अब शरद पवार राज्यव्यापी दौरे पर निकले हैं। वे नासिक के येवला में जनसभा करेंगे। नासिक रवाना से होने से पहले शरद पवार ने कहा कि वे न तो थके हुए हैं और न ही रिटायर होने जा रहे हैं। दरअसल, बागी गुट के नेता और उनके भतीजे अजित पवार ने कहा कि था कि साहेब की उम्र हो गई है। अब उन्हें रिटायरमेंट लेकर हमें आशीर्वाद देना चाहिए। तब शरद पवार ने ऐलान किया था कि वे फिर से पार्टी को राज्य में खड़ा करेंगे।
शरद पवार ने अपना दुबारा से किया मिशन शुरु
82 वर्षीय शरद पवार ने पार्टी को जमीनी स्तर से फिर से खड़ा करने का अपना मिशन शुरू कर दिया है। वह नासिक, पुणे, सोलापुर और विदर्भ क्षेत्र के कुछ हिस्सों और छगन भुजबल, धनंजय मुंडेम और अन्य बागी राकांपा विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करेंगे। गुट के राज्य सरकार में शामिल होने के बाद कथित तौर पर शिवसेना विधायकों के नाराज होने की खबरों के बीच उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शुक्रवार शाम लगातार दूसरे दिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। अजित पवार की यह टिप्पणी कि वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं ने भी राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी थी। अजीत पवार वर्तमान में शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में फडणवीस के साथ उपमुख्यमंत्री हैं।
अजीत पवार ने किया बड़ा दावा
फडणवीस ने कहा कि एक अन्य सहयोगी अजीत पवार के महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होने के बाद जल्द ही कैबिनेट विस्तार होगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी पार्टी दूसरी पार्टियों में फूट नहीं डालती, लेकिन जो साथ आना चाहते हैं उन्हें कभी नहीं रोकती। शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने दावा किया है कि एकनाथ शिंदे को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। उन्होंने मीडिया से कहा कि मैंने सुना है कि एकनाथ शिंदे को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है और सरकार में कुछ बदलाव हो सकता है। हाल ही में, संजय राउत ने दावा किया था कि राकांपा नेता अजीत पवार के राज्य सरकार में शामिल होने के बाद से श्री शिंदे के समूह के लगभग 20 विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं। संजय राउत ने कहा, जब से अजित पवार और अन्य एनसीपी नेता सरकार में शामिल हुए हैं, शिंदे खेमे के 17-18 विधायकों ने हमसे संपर्क किया है।
सत्तारूढ़ गठबंधन में प्रवेश से उन्हें कोई खतरा नहीं
हालांकि, एकनाथ शिंदे ने इस बात पर जोर दिया कि अजित पवार के सत्तारूढ़ गठबंधन में प्रवेश से उन्हें कोई खतरा नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब हमारी सरकार तीन दलों से बनी है, हमारे विधायकों की संख्या 200 से अधिक है। हमारी सरकार लगातार मजबूत हो रही है। हमें पीएम मोदी और अमित शाह का समर्थन प्राप्त है।