हरिद्वार : श्री राम नाम विश्व बैंक समिति द्वारा संत शिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास की जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई गई। संस्था द्वारा तुलसीदास को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए नगर भर में श्री राम जय राम का संकीर्तन किया गया ताकि आगामी समाज श्री राम चरित्र मानस जैसे ग्रंथों से प्रेरणा लेकर भारत विश्व की अगुवाई कर सके। श्री राम नाम विश्व बैंक के संस्थापक अध्यक्ष पं. कुलदीप तिवारी ने कहा कि गोस्वामी जी ने अपने जीवन मे श्री रामचरित मानस की रचना करके देश को अनमोल रत्न दिया है। उस ग्रंथ में जितने भी दोहे व चौपाई है आज के युग मे वो सभी चरितार्थ होते दिखाई देते है, ऐसे महापुरुष के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज के हित के लिए कार्य करना चाहिए।
संस्था के राष्ट्रीय महासचिव पं. सुमित तिवारी व भारत जागृति मिशन के अध्यक्ष अंशुल श्रीकुंज के कहा कि आज का लगभग अधिकांश संत समाज अपने धर्म से पथ भ्रमित हो रहा है। जो संत समाज सभी वर्गों का मार्गदर्शन करता आ रहा है आज उसे भी राजनीतिक मार्गदर्शन की आवश्यकता पड़ रही है जोकि कलियुग के प्रभाव है। इन्हें आत्मचिंतन कर तुलसीदास जी के सूत्रों का अनुसरण करते जनसमाज का मार्गदर्शन करना चाहिए। वरिष्ठ समाजसेवी विभाष मिश्रा व आशीष शर्मा ने कहा कि तुलसीदास जी की लेखनी में भक्तिदर्शन व विज्ञान भी समाहित था जिससे उनकी वाणी 5 शताब्दी बाद भी उतनी ही प्रासंगिक है।
गोस्वामी जी का व्यक्तित्व व कृतिकत्व आने वाली पीढ़ियों के बौद्धिक और चारित्रिक निर्माण में सहायक है। तुलसी जयंती के कार्यक्रम में मुख्य रूप से तेजप्रकाश साहू, मनोज शर्मा, ईश्वर तिवारी, नवनीत, महंत रामदास, महंत कैलाशानंद, विजयदास, ब्रजकिशोर, रघुवीर नाथ, मनमोहन शर्मा, स्वामी दीनानाथ, प्रेम प्रकाश, शास्त्रानंद, गोपालदास आदि भारी संख्या में संतजन उपस्थित हुए।