राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत आज सुबह मध्यप्रदेश के दतिया स्थित मां पीतांबरा शक्ति पीठ में दर्शन के लिए पहुंचे। मोहन भागवत मां उमावती देवी की आरती में शामिल हुए। वही मंदिर परिसर स्थित मां बगुलादेवी सहित अन्य मंदिरों में उन्होंन पूजा अर्चना की। मोहन भागवत करीब एक घंटे से अधिक समय तक मंदिर परिसर में रहे। उसके बाद वे सड़क मार्ग से झांसी के लिए रवाना हो गये।
उसके बाद उन्होंने वनखण्डेश्वर महादेव का अभिषेक किया। मंदिर परिसर में 30 मिनट तक पूजा अर्चना करने के बाद वह वापस वीरांगना भूमि झांसी के अम्बाबॉय स्थित एसआर कॉलेज ऑफ इंस्टीट्यूशन के लिए रवाना हो गए। इस दौरान उन्होंने किसी से भी कोई बात चीत नहीं की।
इस दौरान उनके साथ सह प्रान्त कार्रवाह इंजीनियर अनिल श्रीवास्तव समेत कई पदाधिकारी उपस्थित रहे। वीरांगना भूमि झांसी से महज 25 किलोमीटर की दूरी पर दतिया स्थित पीताम्बरा पीठ को विश्व की 10 महाविद्याओं में से दो महाविद्याओं की पीठ के रुप जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस पीठ पर जहां राजराजेश्वरी मां पीताम्बरा विराजमान हैं,तो दूसरी ओर तंत्र साधना की अधिष्ठात्री मां धूमावती भी विराजी है।
इस पीठ को तंत्र साधना का विशिष्ट पीठ माना जाता है। गौरतलब है कि 30 जून से 5 जुलाई तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा अम्बाबॉय के एसआर कॉलेज ऑफ इंस्टीट्यूशनमें अखिल भारतीय योजक वर्ग का आयोजन किया जा रहा है। आयोजक वर्ग में शामिल होने के लिए संघ प्रमुख 29 जून की रात ही यहां आ गये थे।
गौरतलब है की आरएसएस ने भी सोशल मीडिया पर अपनी मौजूदगी को विस्तार दिया है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत मई में ट्विटर पर सक्रिय हुए। अब संस्था के सुरेश सोनी, अनिरुद्ध देशपांडे, सुरेश जोशी, वी. भागय्या, कृष्ण गोपाल व अरुण कुमार भी ट्विटर पर आ गए हैं। इन सभी के पास अब वेरिफाएड ट्विटर अकांउट हैं।
आरएसएस के एक सूत्र ने कहा कि ये नेता फर्जी अकांउट के जरिए फैलाई जारी अफवाहों को रोकने के लिए ट्विटर पर आए हैं। भागवत के वेरिफाइड ट्विटर हैंडल के 17.3 हजार फालोवर हैं, जो लगातार बढ़ रहे हैं। भागवत सिर्फ आरएसएस के आधिकारिक अकाउंट को फालो करते हैं। आरएसएस अकांउट को 13 लाख लोग फालो करते हैं। ये नेता ट्विटर पर मई व जून के बीच आए हैं। आरएसएस का एक फेसबुक पेज व वेबसाइट भी है।