Bhubaneswar: ओडिशा के प्रशासनिक सेवा अधिकारी के घर से मिले 3 करोड़ रुपए - Punjab Kesari
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Bhubaneswar: ओडिशा के प्रशासनिक सेवा अधिकारी के घर से मिले 3 करोड़ रुपए

ओडिशा प्रशासनिक सेवा ओएएस के अधिकारी प्रशांत कुमार एक समय में रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार हुए

ओडिशा प्रशासनिक सेवा ओएएस के अधिकारी प्रशांत कुमार एक समय में रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार हुए थे। जिसके बाद अब वो फिर चर्चा में बने हुए है।
दरअसल प्रशांत कुमार आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में एक बार फिर विजिलेंस के घेरे में हैं।
विजिलेंस के अधिकारियों ने तीन करोड़ जब्त किए
इस बार उनके घर से एक-दो लाख नहीं बल्कि करीब तीन करोड़ रुपए मिले है।
बता दें  ओडिशा विजिलेंस के अधिकारियों ने प्रशांत कुमार राउत के ऑफिस, घर और कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी । इस दौरान ही करोड़ो रुपए मिले है।
गिनती के लिए कई मशीनेें लगाई गई
बताया जा रहा है कि विजिलेंस अधिकारियों ने छापेमारी में प्रशांत राउत के पड़ोसी के घर से छह कार्टून बरामद किए है। इन कार्टूनों में 500 रुपए  के दो करोड़ रुपए थे। वहीं  मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुल 2.91 करोड़ रुपए की जब्त किए गए है।  करोड़ो की  रकम की गिनती के लिए कई मशीनेें लगाई गई थी।
नबरंगपुर में 9 स्थानों पर भी  रेड
बताया जा रहा है कि  घर और ठिकानों पर छापेमारी की अगुवाई दो अतिरिक्त एसपी कर रहे थे। इस टीम में सात डीएसपी, आठ इंस्पेक्टर और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। इन्होंने भुवनेश्वर, भद्रक और नबरंगपुर में 9 स्थानों पर रेड की थी।
रिश्तेदारों और करीबियों के घर पर भी छापेमारी
एक रिपोर्ट्स के मुताबिक भुवनेश्वर के कानन विहार में अधिकारी एक दो मंजिला इमारत में छानबीन करने गए इसी दौरान उन्हें करोड़ो रुपए मिले है। इसके अलावा नबरंगपुर में राउत के दूसरे घर-ऑफिस और  भद्रक में उनके पैतृक गांव में छापेमारी की थी।  विजिलेंस टीम ने राउत के रिश्तेदारों और करीबियों के घर में भी  छापेमारी की थी।
रशांत कुमार पर पहले भी भ्रष्टाचार और रिश्वत के आरोप लगे है
 प्रशांत कुमार राउत के  खिलाफ भ्रष्टाचार और रिश्वत के पहले भी कई मामले दर्ज है लगातार शिकायतों के बाद विजिलेंस अधिकारी  ने उनके ठिकानों परर छापेमारी शुरू की है।  छापेमारी को लेकर विजिलेंस टीम का कहना है कि उन्हें दस्तावेज, बैंक पासबुक और एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं। हालांकि छापेमारी में विजिलेंस को कितनी चल-अचल संपत्तियों को पता लगा है, इस बारे में  खुलासा नहीं हो पाया  है।  प्रशांत राउत 2018 में पंचायत कार्यकारी अधिकारी से एक लाख रुपए की रिश्वत मामले में रडार पर आए थे।  तब वह सुंदरगढ़ जिले के एक ब्लॉक के बीडीओ के पद पर थे।

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