आंध में बाढ़ से क्षतिग्रस्त प्रत्येक घर को 10 हजार रुपये - सीएम वाई एस जगन मोहन रेड्डी - Punjab Kesari
Girl in a jacket

आंध में बाढ़ से क्षतिग्रस्त प्रत्येक घर को 10 हजार रुपये – सीएम वाई एस जगन मोहन रेड्डी

मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने गोदावरी नदी के बढ़ते बाढ़ स्तर को देखते हुए बड़ा कदम उठाया

मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने गोदावरी नदी के बढ़ते बाढ़ स्तर को देखते हुए बड़ा कदम उठाया है। शुक्रवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिला कलेक्टरों के साथ लगातार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति और संवेदनशील क्षेत्रों में राहत और बचाव उपायों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भद्राचलम में बाढ़ का स्तर वर्तमान में 53.81 फीट होने की उम्मीद है। रेड्डी ने शुक्रवार को घोषणा की कि बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए प्रत्येक घर को मरम्मत के लिए 10 हजार रुपये दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने गोदावरी नदी के बढ़ते बाढ़ स्तर को देखते हुए अल्लूरी सीतारामाराजू, एलुरु, अंबेडकर कोनसीमा और पूर्वी और पश्चिमी गोदावरी जिलों के जिलाधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिए। रेड्डी ने आज यहां एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जिलाधिकारियों के साथ बैठकर लगातार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति और संवेदनशील क्षेत्रों में राहत और बचाव उपायों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि भद्राचलम में बाढ़ का स्तर वर्तमान 49.60 फुट से बढ़कर 53.81 फुट होने के आसार है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा, ‘‘राहत शिविरों में सुविधाएं उत्कृष्ट होनी चाहिए और प्रभावित परिवारों और व्यक्तियों को उनके घर वापस भेजे जाने पर क्रमश: 2000 और 1000 रुपये दिए जाने चाहिए।’’ यदि प्रभावित लोगों के पास पक्के मकान हैं तो उन्हें वापस भेजा जाएगा और उनके घरों की मरम्मत के लिए प्रत्येक को मुआवजे के रूप में 10 हजार रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने कहा यह राशि नुकसान की सीमा की परवाह किए बिना किया जाना चाहिए। जलमग्न क्षेत्रों में लोगों को 25 किलो चावल और एक-एक किलो आलू, लाल चना, प्याज और पाम तेल मुफ्त दिए जाने के निर्देश दिए।
दवाओं सहित दवाओं का पर्याप्त भंडार होना चाहिए- सीएम
उन्होंने कहा, ‘‘पीने के पानी के पैकेट और वितरण के लिए दैनिक आवश्यक वस्तुओं के स्टॉक के साथ तैयार रहें, यह सुनिश्चित करते हुए कि पीने के पानी की आपूर्ति में कोई रुकावट न हो। गाँव के क्लीनिकों और पीएचसी में साँप काटने वाले पीड़तिं के इलाज के लिए दवाओं सहित दवाओं का पर्याप्त भंडार होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित और निचले इलाकों में बिजली के लिए पर्याप्त जनरेटर होने चाहिए। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से प्रभावित किसानों की मदद के लिए बाढ़ कम होने के बाद फसल के नुकसान की जायजा लेने के भी निर्देश दिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

17 − 1 =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।