केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बृहस्पतिवार को डॉ.भीम राव आंबेडकर को ‘सामाजिक न्याय का अथक योद्धा’ करार देते हुए सभी से आह्वान किया कि वे देश के संविधान को कमजोर करने की सांप्रदायिक ताकतों की किसी भी कोशिश का प्रतिवाद करने के लिए उनके संघर्षों से प्रेरणा लें।
मुख्यमंत्री बाबा साहब को लेकर बोले…
डॉ.आंबेडकर को उनकी 131वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए वाम नेता ने याद दिलाया कि जबतक जाति के नाम पर और असमानता जैसे शोषण से विश्व को मुक्ति दिलाने की लोगों की लड़ाई जारी रहेगी उन्हें भुलाया नहीं जा सकता।विजयन ने कहा कि लोकतंत्र को लेकर आंबेडकर का दृष्टिकोण ऐसे समय में और प्रासंगिक हो गया है जब सांप्रदायिक फासीवादी राजनीति और नव उदार पूंजीवादी नीतियां संवैधानिक मूल्यों पर बड़ा खतरा पैदा कर रही हैं।
भारत के सविंधान को दी एक नई दिशा
मुख्यमंत्री बाबा साहब को लेकर बोले…
डॉ.आंबेडकर को उनकी 131वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए वाम नेता ने याद दिलाया कि जबतक जाति के नाम पर और असमानता जैसे शोषण से विश्व को मुक्ति दिलाने की लोगों की लड़ाई जारी रहेगी उन्हें भुलाया नहीं जा सकता।विजयन ने कहा कि लोकतंत्र को लेकर आंबेडकर का दृष्टिकोण ऐसे समय में और प्रासंगिक हो गया है जब सांप्रदायिक फासीवादी राजनीति और नव उदार पूंजीवादी नीतियां संवैधानिक मूल्यों पर बड़ा खतरा पैदा कर रही हैं।
भारत के सविंधान को दी एक नई दिशा
B.R Ambedkar was the principal architect of our Constitution and an indefatigable crusader of social justice. Let’s get inspired by his struggles and ideas for our fight for a world free of caste exploitation and inequality. #AmbedkarJayanti wishes to all. pic.twitter.com/UpwmerxPIF
— Pinarayi Vijayan (@vijayanpinarayi) April 14, 2022
जानकारी के मुताबिक, उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘बीआर आंबेडकर हमारे संविधान के प्रधान वास्तुकार और सामाजिक न्याय के अथक योद्धा थे। विश्व को जाति संबंधी शोषण और असमानता से मुक्त करने की हमारी लड़ाई के लिए उनके संघर्ष औरविचारों से प्रेरणा लें। सभी को आंबेडकर जयंती की शुभकामनाएं।’’
विजयन ने मलयालम भाषा में लिखे एक पोस्ट में कहा कि आंबेडकर का राजनीतिक जीवन अब भी देश में जातीय भेदभाव के खिलाफ लड़ाई के लिए ऊर्जा देता है।
विजयन ने मलयालम भाषा में लिखे एक पोस्ट में कहा कि आंबेडकर का राजनीतिक जीवन अब भी देश में जातीय भेदभाव के खिलाफ लड़ाई के लिए ऊर्जा देता है।