आरएसएस मानहानि मामले में राहुल गांधी को अग्रिम जमानत मिल गई है। मामला राहुल द्वारा पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को ‘‘बीजेपी-आरएसएस विचारधारा’’ से कथित रूप से जोड़ने से संबंधित है। राहुल के मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे ही कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं ने ‘राहुल तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं’ के नारे लगाए।
राहुल गांधी को 15000 रुपये की जमानत राशि पर रिहा किया गया है। पूर्व सांसद एकनाथ गायकवाड़ ने राहुल गांधी के लिए ज़मानत दी है। राहुल सुनवाई के लिए कोर्ट में पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ मल्लिकार्जुन खड़गे संजय निरूपम, और मिलिंद देवड़ा मौजूद रहे। कोर्ट के बाहर भी भारी संख्या में राहुल के समर्थक पोस्टर लिए खड़े हुए थे।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल से की इस्तीफा वापस लेने की मांग
राहुल गांधी से कांग्रेस के कई समर्थकों ने पार्टी के अध्यक्ष पद से दिया गया उनका इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया। कोर्ट परिसर से बाहर एकत्र तकरीबन 150 कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपनी इस मांग के समर्थन में नारे भी लगाए। इन लोगों के हाथों में तख्तियां थीं। जब राहुल सुबह मुंबई हवाईअड्डे पर विमान से उतरे तब भी बाहर खड़े उनके समर्थकों ने नारेबाजी की और पार्टी अध्यक्ष पद से दिया गया इस्तीफा वापस लेने की मांग की। जब राहुल अदालत पहुंचे, तब माकपा महासचिव सीताराम येचुरी भी वहां पहुंचे।
कोर्ट से जमानत मिलने के बाद राहुल ने कहा, ‘‘मैं गरीबों, किसानों और मजदूरों के साथ हूं। यह लड़ाई (बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ) जारी रहेगी।’’ राहुल ने इसे विचारधारा की लड़ाई बताते हुए कहा, ‘‘मैं पिछले पांच साल के मुकाबले अब 10 गुना ज्यादा ताकत से लड़ना जारी रखूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आक्रमण हो रहा है, मजा आ रहा है।’’ गांधी ने कहा कि उन्हें जो कुछ भी कहना था कि वे अपने चार पन्ने के इस्तीफे में कह चुके हैं। इस्तीफे में लिखी बातों को उन्होंने बुधवार को सार्वजनिक किया था।
मिलिंद देवड़ा ने कहा, ”राहुल गांधी मुंबई में केवल कोर्ट की सुनवाई में शामिल होने के बाद दिल्ली लौट जाएंगे।’ कांग्रेस नेता पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यकर्ता ने 2017 में बेंगलुरू की पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को आरएसएस से जोड़ने को लेकर मानहानि का मामला दर्ज कराया था।
राहुल के इस्तीफे पर बोलीं प्रियंका, आपके निर्णय का सम्मान है
शिकायतकर्ता ध्रुतिमन जोशी ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और माकपा नेता सीताराम येचुरी पर भी ऐसे मामले दायर किए थे जिन्हें खारिज कर दिया गया था। जोशी ने अपनी याचिका में कहा कि लंकेश की हत्या के मुश्किल से 24 घंटों के बाद ही राहुल गांधी ने हत्या के लिए आरएसएस और उसकी विचारधारा को जिम्मेदार ठहरा दिया था।
महाराष्ट्र में राहुल गांधी के खिलाफ किसी आरएसएस कार्यकर्ता द्वारा दायर की गई यह दूसरी याचिका है। इससे पहले 2014 में, एक स्थानीय कार्यकर्ता राजेश कुंते ने महात्मा गांधी की हत्या के लिए कथित रूप से आरएसएस पर आरोप लगाने के लिए राहुल के खिलाफ याचिका दायर की थी। वह मामला ठाणे में भिवंडी अदालत में लंबित है।
देवड़ा और अन्य नेताओं की अगुआई में बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए मुंबई हवाईअड्डे पर इकट्ठे हुए थे।