प्राकृतिक विरासत का संरक्षण भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा : बाबुल सुप्रियो - Punjab Kesari
Girl in a jacket

प्राकृतिक विरासत का संरक्षण भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा : बाबुल सुप्रियो

बाबुल सुप्रियो ने प्रकृति के संरक्षण को भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा बताते हुये कहा कि देश के

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने प्रकृति के संरक्षण को भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा बताते हुये कहा कि देश के प्राकृतिक विरासत को संरक्षित करने में समाज का हर वर्ग अपने दायित्व का निर्वाह करता है। सुप्रियो ने मंगलवार को रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड (आरबीएस) की भारत शाखा द्वारा आयोजित ‘अर्थ हीरो अवार्ड’ से सम्मानित शख्सियतों को ‘प्रकृति प्रहरी’ बताते हुये कहा कि पुरस्कृत होने वालों में वन सुरक्षा कर्मी से लेकर शोधकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ताओं तक की मौजूदगी भारतीय नागरिकों में प्रकृति के संरक्षण के लिये प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
इस दौरान राजस्थान में भरतपुर के वन सुरक्षाकर्मी भोलू अबरार खान और असम के दिंबेश्वर दास को ‘ग्रीन वारियर’ अर्थ हीरो अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसके अलावा प्रकृति संरक्षण के लिये पुणे की संस्था इला फांउडेशन को ‘अर्थ गार्जियन’, वन्य जीवों के संरक्षण के लिये उत्तर प्रदेश के एश्वर्य महेश्वरी को और तमिलनाडु के एस सतीश को ‘सेव द स्पसीज’ और जम्मू कश्मीर के जलालउद्दीन बाबा को पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिये अर्थ हीरो अवार्ड से सम्मानित किया गया। 
इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में जीवनपर्यंत उल्लेखनीय योगदान के लिये अर्थ हीरो अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद और वन महानिदेशक सिद्धांत दास भी उपस्थिति थे। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।