केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया कि बुधवार की सुबह सबरीमाला मंदिर में प्रवेश कर भगवान अयप्पा के दर्शन करने वाली महिलाओं को मंदिर जाते समय रास्ते में पुलिस ने सुरक्षा प्रदान की थी। बुधवार को तड़के दो महिलाओं ने सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर में पहुंच कर पूजा की। दोनों महिलाओं की उम्र 40 वर्ष के करीब बताई जाती है।
विजयन ने कहा, ”पहले महिलाएं कुछ अवरोधों के कारण मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाईं थीं। वे आज शायद इसलिए मंदिर के अंदर जा पाईं क्योंकि उन्हें परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा। तथ्य यह है कि महिलाओं ने सबरीमाला मंदिर में प्रवेश किया। पुलिस ने उन्हें सुरक्षा दी थी।”
उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल 28 सितम्बर को 10 से 50 साल की उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी थी। इसके बावजूद विभिन्न श्रद्धालुओं और दक्षिणपंथी संगठनों के विरोध के कारण कोई बच्ची या युवा महिलाएं मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाईं थीं। मंदिर में प्रवेश करने वाली दोनों महिलाओं की पहचान कनकदुर्गा (44) और बिंदू (42) के तौर पर की गई है।
सबरीमाला की सालों पुरानी परंपरा टूटी, 40 साल की 2 महिलाओं ने मंदिर में किया प्रवेश
उन्होंने बुधवार को सुबह 3 बजकर 45 मिनट पर पारम्परिक काली पोशाक पहने भगवान अयप्पा के पवित्र मंदिर में प्रवेश किया था। उन्होंने अपने सिर ढके हुए थे। मंगलवार को महिलाओं के ‘वीमेन वॉल’ अभियान के तहत देश के उत्तरी सिरे कासरगोड से दक्षिणी छोर तक करीब 620 किलोमीटर लंबी एक श्रृंखला (चनन) बनाने के एक दिन बाद महिलाएं आज यहां दर्शन के लिए पहुंची।