प्रधानमंत्री मोदी ने किया श्री महाकाल लोक का लोकार्पण, कहा- भारत की आत्मा का केंद्र रहा है उज्जैन - Punjab Kesari
Girl in a jacket

प्रधानमंत्री मोदी ने किया श्री महाकाल लोक का लोकार्पण, कहा- भारत की आत्मा का केंद्र रहा है उज्जैन

विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के आंगन में बना श्री महाकाल लोक का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथो

भोपाल (मनीष शर्मा) :  विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के आंगन में बना श्री महाकाल लोक का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथो हुआ। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल का पूजन भी किया।
a
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन में महाकाल लोक के उद्घाटन के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि महाकाल बुलाए और बेटा ना आए।
उन्होंने कहा कि महाकाल की नगरी उज्जैन के बारे में हमारे यहां कहा गया है कि प्रलयो न बाधते, तत्र महाकाल पुरी… अर्थात.. महाकाल की नगरी प्रलय के प्रहार से भी मुक्त है। हजारों वर्ष पूर्व जब भारत का भौगोलिक स्वरूप आज से अलग रहा होगा तब से यह माना जाता रहा है कि उज्जैन भारत के केंद्र में है। एक तरह से ज्योतिषीय गणनाओं में उज्जैन न केवल भारत का केंद्र रहा है, बल्कि यह भारत की आत्मा का भी केंद्र रह है।
उज्जैन के क्षण-क्षण में पल-पल में इतिहास सिमिटा हुआ है। कण-कण में अध्यात्म समाया हुआ है। कोने-कोने में ईश्वरीय ऊर्जा संचारित हो रही है। यहां कालचक्र का 84 कल्पों का प्रतिनिधित्व करते 84 शिवलिंग है। यहां चार महावीर है। छह विनायक है। आठ भैरव है। अष्टमातृकाएं हं। नवग्रह है। दस विष्णु है। ग्यारह रुद्र है। बारह आदित्य है। 24 देवियां हैं। 88 तीर्थ है। 
इन सबके केंद्र में राजाधिराज, कालाधिराज महाकाल विराजमान है। यानी एक तरह से हमारे पूरे ब्रह्मांड की ऊर्जा को हमारे ऋषियों ने उज्जैन में प्रत्येक स्वरूप में स्थापित किया है। इसलिए उज्जैन ने हजारों वर्षों तक भारत की संपन्नता और समृद्धि का, ज्ञआन और गरिमा का, सभ्यता और साहित्य का नेतृत्व किया है। इस नगरी का वास्तु कैसा था, वैभव कैसा था, शिल्प कैसा था, सौंदर्य कैसा था, इसके दर्शन हमें महाकवि कालिदास के मेघदूतम में होते हैं।
पीएम मोदी ने अपना संबोधन हर हर महादेव से शुरू किया। उन्होंने कहा कि उज्जैन की यह ऊर्जा, यह उत्साह, अवंतिका की यह आभा, यह अद्भुत यह आनंद, महाकाल की यह महिमा, यह महात्म्य,… शंकर के सानिध्य में कुछ भी साधारण नहीं है। असाधारण है। यह महसूस कर रहा हूं कि हमारी तपस्या से महाकाल प्रसन्न होते हैं तो ऐसे ही भव्य स्वरूपों का निर्माण होता है। जब महाकाल का आशीर्वाद मिलता है तो काल की रेखाएं मिट जाती हैं। समय की सीमाएं मिट जाती हैं। अंत से अनंत की यात्रा आरंभ हो जाती है।
महाकाल लोक की यह भव्यता भी समय की सीमा से परे आने वाली कई पीढ़ियों को आलौकिक दिव्यता के दर्शन कराएगी। भारत की अध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना को ऊर्जा देगी। मैं इस अद्भुत अवसर पर राजाधिराज महाकाल के चरणों में शत-शत नमन करता हूं। मैं आप सभी को देश-दुनिया में महाकाल के सभी भक्तों को ह्दय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं। विशेष रूप से भाई शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार, उनका मैं ह्दय से अभिनंदन करता हूं। जो लगातार इतने समर्पण से इस सेवा यज्ञ में लगे हुए हैं। साथ ही मैं मंदिर ट्रस्ट से जुडे सभी लोगों, संतों-विद्वानों का आभार प्रकट करता हूं। जिनके प्रयास यह सफल हुआ है।
▪️महाकाल लोक के लोकार्पण पर शिवराज बोले आनंद बरस रहा
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- हम सबके सौभाग्य से कल तक आपने देखा कि पानी बरस रहा था। आज तो संपूर्ण मध्यप्रदेश में आनंद बरस रहा है। मोदी जी पधारे हैं। ऐसे हमारे दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता और प्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए दोनों हाथ ऊपर उठाकर स्वागत करें। चौहान ने कहा- मध्यप्रदेश के हर शहर, गांव में नहीं, पूरे देश में मोदी को सुनने और शिव की पूजा करने बैठे करोड़ों-करोड़ भाई-बहनों…अद्भुत आनंद है। महाकाल लोक का समर्पण महाकाल महाराज को ही किया है। अद्भुत महाकाल लोक बना है। भारत प्राचीन और महान राष्ट्र है। पांच हजार साल से अधिक का तो ज्ञात इतिहास है। दुनिया के विकसित देशों में जब कुछ नहीं था, तब हमारे यहां वेद लिखे जा चुके थे। हम विश्व का कल्याण करनेकी सोचतना है।
आज मुझे कहते हुए गर्व है कि भारत के उसी संदेश को कभी स्वामी विवेकानंद नरेंद्र… उन्होंने कहा था कि महानिशा का अंत निकट है। जो अंधे हैं, देख नहीं सकते, जो बहरे हैं, वह सुन नहीं सकते। भारत दुनिया में सबसे आगे जाने को तैयार है। एक नरेंद्र ने यह कहा था। और गर्व से कहते हैं कि दूसरे नरेंद्र उसे पूरा कर रहे हैं।
वैभवशाली, संपन्न राष्ट्र का निर्माण उनके नेतृत्व में हो रहा है और हम सौभाग्यशाली है कि हम इसे देख रहे हैं। सिंहस्थ में मोदी जी पधारे थे। उन्होंने कहा था कि उज्जैन में स्नान, पूजन होता है, उससे आगे भी कुछ होना चाहिए। मनुष्य सिर्फ भौतिकता से सुखी नहीं हो सकता। अध्यात्म भी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से पड़ी थी महाकाल लोक की नींव। उसका स्वरूप क्या हो, 2018 में मध्यप्रदेश की कैबिनेट ने इसे मंजूर दी। 2019-20 में रुकावट आई थी। 2020 में फिर तेजी आई और आज मोदी जी ने महाकाल लोक का लोकार्पण किया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकार्पण के बाद महाकाल लोक का मुआयना किया। शिवराज सिंह चौहान उनके साथ इलेक्ट्रिक वाहन में सवार थे, वे उन्हें महाकाल लोक की जानकारी देते चल रहे थे। महाकाल लोक में बने मंडपम में देशभर से 750 कलाकार ने प्रस्तुति दी । खासकर महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद मशहूर गायक कैलाश खेर की प्रस्तुति अद्भुत थी। उन्होंने महाकाल का स्तुति गान पेश किया। 
महाकाल लोक के उद्घाटन अवसर मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद पटेल, वीरेंद्र कुमार खटीक, मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

16 − 10 =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।