पतंजलि का चार कृषि विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू - Punjab Kesari
Girl in a jacket

पतंजलि का चार कृषि विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू

रामदेव महाराज ने कहा कि पतंजलि बायो रिसर्च इंस्टीट्यूट भी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के साथ

हरिद्वार : पतंजलि बायो रिसर्च इंस्टीट्यूट प्रा. लि. (पी.बी.आर.आई.), हरिद्वार के स्थापना दिवस के अवसर पर किसानों को नई कृषि की तकनीक, बीज उत्पादन में प्रशिक्षण और कौशल विकास के क्षेत्र में आज चार कृषि विश्वविद्यालयों (1- प्रोफेसर जयशंकर तेलंगाना राज्य कृषि विश्वविद्यालय, हैदराबाद, तेलंगाना, 2- इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर, छ.ग., 3- कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, धारवाड़, कर्नाटक तथा 4- नरेन्द्र देव कृषि विश्वविद्यालय, फैजाबाद, उ.प्र.) के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।

इस अवसर पर स्वामी रामदेव महाराज ने कहा कि पतंजलि बायो रिसर्च इंस्टीट्यूट भी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने जा रहा है, जिसके तहत के अंतर्गत आने वाले 100 कृषि संस्थानों और 600 कृषि विज्ञान केन्द्रों में चल रहे कृषि अनुसंधान को कृषकों तक पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि इस समझौते ज्ञापन के तहत हम एक साथ मिलकर इन संसाधनों के द्वारा विकसित नई किस्मों और तकनीकों को किसानों के सुलभ बनाएँगे तथा इनका व्यापक प्रचार एवं प्रसार करेंगे।

स्वामी जी ने बताया कि पतंजलि वर्तमान में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम एवं भारतीय कृषि कौशल परिषद् के साथ मिलकर पूरे देश में 40,000 किसानों को जैविक खेती में प्रशिक्षण देने का अत्यंत कठिन कार्य कर रही है। पतंजलि किसानों को उपज के विपणन में भी सहायता देगी। कार्यक्रम में आचार्य बालकृष्ण महाराज ने कहा कि पतंजलि बायो रिसर्च इंस्टीट्यूट ने उच्च गुणवत्ता वाले जैविक उर्वरक और जैव-कीटनाशकों के उत्पादन की तकनीक विकसित की है, जो जैविक कृषि के तहत अच्छी फसलों की पैदावार में मदद करती है।

पी.बी.आर.आई. कृषक उत्पादक संघटन, कस्टम हायरिंग सेवा केन्द्र, कोल्ड स्टोरेज, बीज गोदाम, खाद्य प्रसंस्करण इकाईयां और अन्य आवश्यक विपणन सुविधाओं के साथ-साथ अतिरिक्त कृषि उपज पैदा करने के लिए उच्च तकनीकि सलाहकार सहायता प्रदान करने में किसानों की मदद कर रहा है। किसानों की आय का दोगुना करने के लिए स्थाई जैविक कृषि क्रियाओं के साथ मृदा स्वास्थ्य, मानव स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण में सुधार के लिए पी.बी.आर.आई. एक समग्र दृष्टिकोण के साथ काम कर रहा है और कृषि विपणन प्रणाली के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से किसानों एवं उपभोक्ताओं के साथ खड़ा है, यह पतंजलि का एकमात्र उद्देश्य है।

– संजय चौहान

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।