AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तराखंड में 15 जून को दक्षिणपंथी समूहों के प्रस्तावित महापंचायत पर रोक लगाने की मांग की है। हैदराबाद सांसद ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि 15 जून को होने वाली महापंचायत पर तत्काल रोक लगायी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षा मुहैया कराई जानी चाहिए। जो लोग वहां से पलायन कर गए हैं, उन्हें वापस लाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। ओवैसी ने भाजपा सरकार को याद दिलाया कि दोषियों को जेल भेजना और शांति बहाल करना उनका काम है।
15 जून को होने वाली महापंचायत पर तुरंत रोक लगाई जाए! वहां रह रहे लोगों को सुरक्षा प्रदान किया जाए।
वहां से पलायन कर गए लोगों को वापस बुलाने का इंतज़ाम किया जाए। #भाजपा सरकार का काम है कि गुनहगारों को जेल भेजे और जल्द अमन क़ायम हो। #uttarakhand #uttarkashi #उत्तराखंड— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 12, 2023
दक्षिणपंथी समूह उत्तरकाशी के पुरोला में 15 जून को जारी सांप्रदायिक तनाव के बीच महापंचायत आयोजित करने की योजना बना रहे हैं। उत्तरकाशी के पुरोला बाजार में मुस्लिम व्यापारियों को 15 जून तक दुकानें बंद करने और राज्य छोड़ने की धमकी देने वाले पोस्टर भी लगे हैं। तनाव और धमकियों के कारण मुसलमानों ने अपनी दुकानें बंद कर दी हैं और कुछ परिवार जिले से पलायन कर गए हैं।
समस्या 26 मई को शुरू हुई जब दो लड़के- एक मुस्लिम और एक हिंदू ने कथित तौर पर 14 साल की एक लड़की का अपहरण करने की कोशिश की। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि यह लव जिहाद का मामला है। हालांकि अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया, कुछ दक्षिणपंथी समूहों ने विरोध प्रदर्शन किया और कई मुसलमानों की दुकानों और घरों पर हमला किया। 29 मई को पुरोला में एक विरोध मार्च तब हिंसक हो गया जब कुछ लोगों ने मुसलमानों की दुकानों और प्रतिष्ठानों पर हमला किया। यमुना घाटी हिंदू जागृति संगठन के बैनर तले 3 जून को इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया गया था। विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।