उत्तराखंड राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने उत्तरकाशी जिले के कस्तूरबा इंटर कॉलेज में मलबे के कारण फंसे सभी छात्रों को बचाया। बहुत बारिश हो रही थी, जिसके कारण स्कूल में पानी भर गया, इसलिए सभी को स्कूल छोड़ना पड़ा। गुरुवार देर रात उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन की ओर से एसडीआरएफ को बताया गया कि गंगनानी के पास सामान गिरने से कस्तूरबा इंटर कॉलेज के छात्र फंस गए हैं। जैसे ही उन्होंने समस्या के बारे में सुना, बचावकर्ताओं का एक समूह तुरंत उस स्थान पर गया जहां यह घटना हुई थी। लोगों को बचाने में मदद के लिए उनके पास विशेष उपकरण थे। करीब 150 छात्र गंदगी में फंसे हुए थे, लेकिन बचावकर्मी उन सभी को बचाने और सुरक्षित क्षेत्र में लाने में सफल रहे। उन्होंने आस-पास के होटलों, दुकानों और घरों में मौजूद लोगों से तुरंत वहां से चले जाने को कहा क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है। सौभाग्य से, किसी को चोट नहीं आई और कुछ भी नुकसान नहीं हुआ। उत्तरकाशी में यात्रा कर रहे कई लोग सड़क पर बड़ी-बड़ी चट्टानें और मिट्टी गिरने से फंस गए। इससे कारों और बसों का चलना मुश्किल हो गया। लोगों को काफी देर तक इंतजार करना पड़ा कि कोई आकर उनकी मदद कर सके। कई जगहों पर सड़क जाम कर दी गई और सरकार की ओर से कोई यह देखने गया कि स्थिति कितनी खराब है।
कहीं सुरक्षित स्थान पर ले जाना पड़ा
आपदा प्रबंधन के लिए जिम्मेदार उत्तरकाशी जिले के अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश के कारण यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नामक सड़क पर बहुत सारी गंदगी और चट्टानें आ गईं। बारिश के कारण कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय नामक स्कूल में भी बाढ़ आ गई, इसलिए बच्चों को कहीं सुरक्षित स्थान पर ले जाना पड़ा। अधिकारियों ने स्थिति से निपटने में मदद के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और अग्निशमन विभाग की टीमें भेजीं। चमोली नामक एक अलग जिले में, बारिश के कारण चट्टानों और मलबे के कारण तीन अलग-अलग स्थानों पर बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग नामक सड़क अवरुद्ध हो गई। एक बड़ी सड़क पर यात्रा कर रहे बहुत से लोग किसी घटना के कारण फंस गए। पुलिस ने बताया कि रास्ते में कुछ जगहों पर सामान होने के कारण सड़क पर रुकावट थी। मौसम विभाग ने कहा कि अगले दिन कुछ जगहों पर भारी बारिश और तूफान आएगा। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने जाँच की कि एक निश्चित क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद कैसे की जा रही है।