उत्तराखंड के सभी जिलों में आज सोमवार को भारी बारिश के आसार हैं। आपको बता दे कि उत्तराखंड में कई स्थानों पर रविवार को चल रही बारिश के कारण, विभिन्न सड़कों पर यातायात को अवरुद्ध कर दिया गया था, जबकि अलकनंद नदी पर बने बांध से छोड़े गए भारी मात्रा में पानी से देवप्रयाग में गंगा नदी अब खतरे के निशान को पार कर गई है और जबकि हरिद्वार में भी चेतावनी स्तर को पार हो गया है।
बुधवार से गुरुवार तक बारिश की चेतावनी दी – मौसम विभाग
वही , मौसम विभाग ने उत्तराखंड के सभी तेरह जनपदों में मंगलवार तक अधिकांश और बुधवार से गुरुवार तक अनेक स्थानों पर बारिश की चेतावनी दी है।
विभाग की ओर से रविवार शाम जारी पूर्वानुमान के अनुसार, मंगलवार यानी 18 जुलाई तक देहरादून, हरिद्वार, पौड़, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, नैनीताल, उधमसिंह नगर, पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर और उत्तरकाशी समेत सभी तेरह जनपदों के अधिकांश स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है। जबकि 19 व 20 जुलाई को भी इसी तरह का मौसम रहने की आशंका है।
सोमवार को बारिश का ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी
खबरों के मुताबिक, देहरादून मौसम केंद्र द्वारा जारी पूर्वानुमान में प्रदेश के सभी 13 जिलों में रविवार और सोमवार को बारिश का ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है जबकि कुमांऊ क्षेत्र के उधमसिंह नगर, नैनीताल, चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों के लिए 18 जुलाई को भी बारिश का ‘ऑरेंज अलर्ट’ रखा गया है।
हरिद्वार तहसील के 71 गांवों में बाढ़ की तरह की स्थिति
पिछले कुछ दिनों से हरिद्वार में लगातार बारिश के कारण, लक्सर, खानपुर, रुर्की, भगवानपुर और हरिद्वार तहसील के 71 गांवों में बाढ़ की तरह की स्थिति है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा रोकथाम बल (SDRF), सेना और पुलिस की मदद से बचाव और राहत कार्य किया जा रहा है।
चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र में नीति घाटी में गिर्थी गंगा नदी में मलबे के साथ अत्यधिक पानी आने के कारण जोशीमठ-मलारी मोटर मार्ग पर मलारी से आठ किलोमीटर आगे नदी पर बने पुल का अबेटमेंट (पुल को सहारा देने वाली संरचना) क्षतिग्रस्त हो गया।
काली नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर 889 मीटर से ऊपर
पिथौरागढ़ के धारचूला क्षेत्र में काली नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर 889 मीटर से ऊपर बह रहा है । प्रदेश के विभिन्न जिलों में बारिश के कारण भूस्खलन होने से दर्जनों मार्ग बाधित हैं ।
बता दे कि , प्रदेश में बारिश के कारण ग्रामीण सड़कों पर सबसे अधिक मार पड़ रही है। बीते दिन बंद 306 ग्रामीण (सिविल और पीएमजीएसवाई) सड़कों में से मात्र 47 ही खुल पाईं। इस तरह से 259 सड़कें अब भी बंद हैं। जबकि 17 राज्य मार्गों सहित प्रदेश में कुल 286 सड़कों को खुलने का इंतजार है। बीते 24 घंटे में कुल 72 सड़कें बंद हुई हैं, जबकि 263 सड़कें एक दिन पहले से बंद थीं। कुल 335 बंद सड़कों में से रविवार को मात्र 49 सड़कों को खोला जा सका।