दिल्ली अध्यादेश की जगह लेने वाले दिल्ली सेवा बिल जो अधिकारियों की ट्रांसफर और पोस्टिंग से जुड़े विधेयक और अविश्वास प्रस्ताव पर ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने वो केंद्र सरकार या इंडिया गंठबंधन किस किसका समर्थन करने वाले है, इस पर स्पष्टीकरण दिया।
जानिए बीजेडी के पास समर्थन देने के लिए कितने सांसद है
आज गृह मंत्री अमित शाह ने इस बिल को लोकसभा संसद में पेश किया, जिसपर बीजेडी ने कहा कि वो दिल्ली सेवा अध्यादेश संबंधी विधेयक का समर्थन करेगी, पार्टी ने साथ ही यहां भी कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का भी विरोध करेगी। इसको लेकर बीजेडी ने पार्टी सांसदों को व्हिप जारी कर संसद में मौजूद रहने की बात कही है। बीजेडी के राज्यसभा में 9 सांसद है. ऐसे में बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एनडीए को इसका फायदा होगा।
कांग्रेस और औवेसी ने बिल का किया विरोध
विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने इसका विरोध किया और कहा कि केंद्र सरकार संविधान को कमजोर कर रही है, अधीर रंजन ने यह भी कहा कि ये दिल्ली सरकार के अधिकारों को कम करने का प्रयास है, उन्होंने कहा कि बिल सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ है। वहीं, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी बिल का विरोध किया और कहा कि इस बिल को पेश किया जाए या नहीं किया जाए इस पर वोट करवाया जाए, ओवैसी ने इस दौरान विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि अभी तक बिना प्रधानमंत्री के आए सदन नहीं चलने की बात कर रहे थे लेकिन अब सदन चलाने को तैयार हो गए हैं।