महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच कई दशकों से सीमा विवाद है। इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि राज्य सरकार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की उस टिप्पणी का गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए जिसमें उन्होंने कहा था कि सीमावर्ती जिले सांगली की जाट तहसील के 40 गांवों का कर्नाटक में शामिल होने के लिए स्वागत है।
महाराष्ट्र विधानसभा में सूचना के बिंदु पर पटोले ने कहा कि राज्य सरकार को इन गांवों के समक्ष आ रही समस्याओं को जानना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा, “बोम्मई ने इसके बारे में कर्नाटक विधानसभा में कहा है और हमें गंभीरता से इसका संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि कर्नाटक, बेलगावी और राज्य की अन्य मराठी भाषी क्षेत्रों की एक इंच भूमि भी नहीं छोड़ेगा।”
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महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच जारी सीमा विवाद का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। महाराष्ट्र, बेलगावी, करवार और आसपास के अन्य इलाकों पर दावा करता है जहां अच्छी संख्या में मराठी भाषी लोग रहते हैं। और जो दक्षिणी राज्य का हिस्सा है।