समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर मुसलमानों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि देश पर मुसलमानों का भी उतना ही अधिकार है और उन पर अत्याचार बंद होने चाहिए। आजमी ने कहा कि पीएम मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय जाने का फैसला उनका अपना है, लेकिन आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से अपील है कि वह प्रधानमंत्री को समझाएं। आजमी ने भागवत के उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि हर मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढना ठीक नहीं है।
मस्जिद ब्लास्ट पर अबू आजमी का बयान
उन्होंने कहा, मोहन भागवत को पीएम मोदी को यह समझाना चाहिए कि भारत पर मुसलमानों का भी अधिकार है, उनका भी हक है, इसलिए उन्हें परेशान करना बंद करें। ईद से पहले महाराष्ट्र के बीड जिले में एक मस्जिद में हुए ब्लास्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए आजमी ने इसे बहुत गलत करार दिया। उन्होंने कहा, जिन्होंने यह किया, पुलिस उन्हें कड़ी सजा दे। साथ ही, उन्होंने महाराष्ट्र में ऐसी घटनाओं को अभूतपूर्व बताते हुए राज्य के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेताओं पर मुसलमानों के खिलाफ बयानबाजी कर लोगों को उकसाने का आरोप लगाया। आजमी के मुताबिक, इन बयानों के चलते ही ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं।
अबू आजमी ने केंद्र सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
आजमी ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में मुसलमानों को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने सड़कों पर नमाज पढ़ने पर रोके जाने का उदाहरण देते हुए कहा कि हिंदुओं की कांवड़ यात्रा, शोभा यात्रा और मुंबई में गणेश विसर्जन के दौरान सड़कें बंद होती हैं, लेकिन मुसलमान इसका विरोध नहीं करते। उन्होंने नवरात्र में मटन की दुकानें बंद करने की मांग को गरीब दुकानदारों के लिए नुकसानदेह बताया और सवाल किया, क्या सरकार उनके नुकसान की भरपाई करेगी? यह सिर्फ मुसलमानों को परेशान करने और टारगेट करने के लिए हो रहा है। आजमी ने मौजूदा हालात को इमरजेंसी जैसे करार देते हुए कहा कि सरकार का निशाना सिर्फ मुसलमान हैं।
देश पर मुसलमानों का भी अधिकार: अबू आजमी
सलमान खान की राम जन्मभूमि स्पेशल घड़ी पर आजमी ने कहा कि सलमान एक बड़े सेलिब्रिटी हैं और गणपति पूजा भी करते हैं। सलमान को किसी एक धर्म से बांधना ठीक नहीं। उन्हें जो करना है, उसकी आजादी मिलनी चाहिए। मौलानाओं की टिप्पणी गलत है। सलमान सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, इसकी इज्जत करनी चाहिए। संजय निरुपम के मांस बैन वाले बयान पर आजमी ने तंज कसते हुए कहा, ये लोग मदारी जैसे हैं, कभी डाकू बनते हैं, कभी साधु। इनकी राजनीति में कोई एक विचारधारा नहीं है।