2019 लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को मात देने वाले बीजेपी सांसद के पी यादव ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा के नाम शिकायती पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने सिंधिया और उनके समर्थकों पर अपनी उपेक्षा का आरोप लगाया। हालांकि पत्र के सामने आने के बाद यादव ने इस पर चुप्पी साध ली है।
सोशल मीडिया पर 8 दिसंबर 2021 की तारीख वाला ये पत्र शुक्रवार से वायरल हो रहा है। पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि केपी यादव ने बीजेपी के मूल कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत के चलते तत्कालीन समय में सिंधिया के (कांग्रेस के) गढ़ रहे इस संसदीय क्षेत्र पर भाजपा का परचम फहराया था, लेकिन अब मौजूदा परिस्थितियों में उनकी भारी उपेक्षा की जा रही है। उन्हें प्रोटोकॉल के मुताबिक सम्मान भी नहीं दिया जा रहा और कई बार सार्वजनिक कार्यक्रमों में आमंत्रित भी नहीं किया जाता।
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पत्र में कहा गया है कि इस संसदीय क्षेत्र पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की भी‘वक्र दृष्टि’रहती है, ऐसे में भाजपा संगठन के सभी लोगों को सार्वजनिक कार्यक्रमों में एकजुटता का परिचय देना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता। पत्र में जेपी नड्डा को संबोधित करते हुए कहा गया है कि अगर इस ‘विकट समस्या’ का समाधान नहीं किया गया, तो पार्टीनिष्ठा खत्म होकर व्यक्तिनिष्ठा बढ़ जाएगी, जिसकी भरपाई करने में दशकों का समय लगेगा।
इस पत्र के सामने आने के बाद से यादव की ओर से एक तरह से चुप्पी साध ली गई है। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी रहे यादव ने तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी सिंधिया को भारी उलटफेर करते हुए चुनावी मैदान में पटखनी दे दी थी। ये सीट लंबे समय से कांग्रेस का गढ़ थी, जिस पर इस बार भी सिंधिया की जीत निश्चित मानी जा रही थी। हालांकि बाद में सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए, जिसके बाद वे बीजेपी से राज्यसभा सांसद चुने गए।