गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के नेता हार्दिक पटेल ने किसानों की कर्जमाफी और पाटीदार अथवा पटेल समुदाय को आरक्षण की मांग को लेकर अपने अनिश्चितकालीन अनशन के लिए राज्य सरकार की ओर से कही भी स्थल नहीं दिये जाने के बाद शनिवार से अपने आवास पर ही उपवास कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है।
हार्दिक पटेल ने एसजी हाईवे पर वैष्णोदेवी सर्किल के पास स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से कहा कि सरकार उनके अनशन कार्यक्रम को रोकने के लिए कई दमनात्मक कदम उठा रही है। अब तक उनके 16 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं को पकड़ा जा चुका है। उन्होंने कहा कि वह दोपहर बाद तीन बजे से आवास पर ही अनशन शुरू करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह लोगों से आहवान करते हैं कि लंबे समय तक चलने वाले उनके आमरण अनशन से वह इसकी सच्चाई की परख होने पर जरूर जुड़े। अगर पुलिस उन्हें यहां आने न दे तो अपने-अपने तालुका में ही उपवास पर बैठ जायें। भाजपा उनके इस आंदोलन को रोकने के लिए साम दाम दंड भेद की नीति अपना रही है। पुलिस निर्दयी बन कर बर्ताव कर रही है। वाघा बोर्डर की तरह जगह-जगह चेक पोस्ट बनाये गए हैं। पुलिस भाजपा सरकार के इशारे पर काम कर रही है।
हार्दिक को नहीं मिली इजाजत, अब घर पर ही करेंगे अनशन, कांग्रेस के 3 पाटीदार नेता भी पहुंचे
इस बीच इस कार्यक्रम के पहले एहतियात के तौर पर अहमदाबाद और राजकोट, जामनगर, महेसाणा समेत विभिन्न अन्य स्थानों पर भी आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गई है। उधर, राज्य भर में कई स्थानों पर पुलिस ने उनके कार्यक्रम में आने अथवा वहां ही इसके समर्थन में उपवास करने का प्रयास कर रहे पास के स्थानीय नेताओं को हिरासत में लिया है।
पालनपुर हाई वे से ऐसे 19 लोगों को पकड़ा गया है जो अहमदाबाद की ओर आ रहे थे। सूरत में कांग्रेस के नेता और कार्पोरेटर नीलेश कुंभाणी को उनके 25 से अधिक समर्थकों के साथ हिरासत में लिया गया है। साबरकांठा, पंचमहाल, महेसाणा से भी ऐसी सूचनाएं हैं। ज्ञातव्य है कि हार्दिक पटेल के पूर्व के रिकार्ड को देखते हुए उनके इस कार्यक्रम के लिए कोई सार्वजनिक स्थल मुहैया कराने की मंजूरी नहीं दी गई है।
इसके लिए अहमदाबाद में नारोल तथा गांधीनगर में सत्याग्रह छावनी मैदान की मांग की गई थी। हार्दिक पटेल ने दावा किया है कि उनके कार्यक्रम में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत कई राष्ट्रीय नेता भी भाग लेंगे।