जबसे विपक्ष की महाबैठक में महबूबा मुफ्ती शामिल हुई है तबसे ही वो सुर्खियों में बनी हुई है विपक्ष से लेकर हर तरफ उनकी ही चर्चा हो रही है इन सबके बीच मुफ्ती ने एसा दावा कर दिया जिसकी वजह से उनकी चर्चा और तेज हो गई है। दरअसल जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को बड़ा दावा करते हुए कहा है कि सेना की 50 आरआर की टुकड़ियां पुलवामा में एक मस्जिद में घुस गईं और वहां मुसलमानों को ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए मजबूर किया।
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई से मुफ्ती ने की शिकायत
पीडीपी नेता ने इस कदम को उकसावे की कार्रवाई बताया और लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई से मामले की जांच शुरू करने का अनुरोध किया। लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने 14 जून को सेना की रणनीतिक रूप से श्रीनगर स्थित चिनार कोर की कमान संभाली है। इसके साथ ही पाकिस्तान के साथ नियंत्रण रेखा एलओसी और कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों की जिम्मेदारी भी वो साभालेंगी।
जय श्री राम को नारे पर भड़की मुफ्ती
जय श्री राम’ के मामले को लेकर मुफ्ती ने ट्वीट किया कि 50 आरआर के सैन्य जवानों ने पुलवामा की एक मस्जिद में घुसकर मुसलमानों को ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए मजबूर किया। ये खबर सुनकर स्तब्ध हूं। जब अमित शाह यहां हैं तो ऐसा कदम और वह भी यात्रा से पहले, केवल उकसावे की कार्रवाई है। राजीव घई से तुरंत जांच बिठाने का अनुरोध करें।
पहले भी महबूबा मुफ्ती ने मंदिर में किए थे दर्शन
इससे पहले पी डी पी चीफ महबूबा मुफ्ती मार्च में शिवलिंग का जलाभिषेक करने को लेकर चर्चा में थी। तब वो14 मार्च को पुंछ के नवग्रह मंदिर पहुंची थीं और वहां शिवलिंग पर जल चढ़ाया था। उन्होंने मंदिर में बनी यशपाल शर्मा की मूर्ति पर फूल भी चढ़ाए।
भाजपा ने महबूबा पर कसा था तंज
तब भाजपा ने महबूबा के मंदिर जाने को ड्रामा बताया था। पार्टी ने कहा कि कभी महबूबा ने अमरनाथ धाम के लिए जमीन देने से इनकार कर दिया था। इससे पहले महबूबा 2017 में गांदरबल के खीर भवानी मंदिर में भी जा चुकी हैं। तब वे जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री थीं। तो इस तरह से आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे है।