मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनाव में एक सप्ताह से भी कम का समय रह गया है। राज्य की 60 विधानसभा सीटों के लिए 28 फरवरी को मतदान डाले जाएंगे। इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने सहयोगी नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) का मजाक उड़ाते हुए कहा कि भारत में कोई भी इसे नहीं जानता और मणिपुर चुनाव में उसके उम्मीदवारों को वोट देना बेकार होगा, क्योंकि पार्टी का कोई मूल्य नहीं है। सरमा क्षेत्रीय दलों के भाजपा के नेतृत्व वाले कांग्रेस विरोधी गठबंधन के संयोजक हैं। नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए), जिसमें एनपीपी एक घटक है।
एनपीपी की केंद्र में कोई सरकार नहीं है : सीएम हिमंता
सीएम सरमा ने कहा कि एनपीपी के मंत्रियों को पहले भाजपा के कारण मणिपुर सरकार में चुना गया था। सरमा ने मोइरंग विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, “एनपीपी की केंद्र में कोई सरकार नहीं है। आप एनपीपी के माध्यम से केंद्र सरकार के पास कैसे जाएंगे। यदि आप मणिपुर में भाजपा की सरकार बनाते हैं, तो आप सीधे जा सकेंगे।”
अपने दम पर सरकार बनाएगी भाजपा : सरमा
असम के सीएम ने कहा यहां भाजपा उम्मीदवार मैरेंबम पृथ्वीराज सिंह कांग्रेस के पुखरेम शरतचंद्र सिंह और एनपीपी के थोंगम शांति सिंह के खिलाफ त्रिकोणीय मुकाबले में हैं। पूर्वोत्तर क्षेत्र में भाजपा के शीर्ष रणनीतिकार सरमा ने कहा कि मणिपुर चुनाव के बाद उनकी भाजपा अपने दम पर सरकार बनाएगी और इसमें एनपीपी के लिए कोई जगह नहीं होगी।