काफी समय से मणिपुर सांप्रदायिक हिंसा की आग में जल रहा है। बता दें वहां के हालातों को सुधारने के लगातार प्रयास किए जा रहे है। इसी बीच केंद्र सरकार ने दावा किया है कि मणिपुर में जारी हिंसा का जल्द समाधाना निकाल लिया जाएगा। बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ बोलते हुए कहा था कि जल्द ही मणिपुर में शांति लौटेगी।
इस बीच प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के नेता एम रामेश्वर सिंह ने कहा कि मणिपुर में अवैध प्रवासियों और उग्रवादियों की समस्या को हमेशा के लिए हल करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक जैसी प्रभावी कार्रवाई की जानी चाहिए।
कहानी गढ़ने से मणिपुर के लोगों को संदेह हो रहा -एनपीपी
आपको बता दें एनपीपी नेता ने कहा, “गृह मंत्री के बयानों से यह स्पष्ट है कि कुछ अवैध कुकी उग्रवादी, अप्रवासी सीमा पार से आ रहे हैं। मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि इसमें बाहरी आक्रामकता शामिल है। राष्ट्रीय सुरक्षा से भी समझौता किया गया है।” उन्होंने कहा, “न केवल मणिपुर बल्कि पूरे देश को बचाना हमारे लिए महत्वपूर्ण है। समस्या को हमेशा के लिए हल करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कोई प्रभावी कार्रवाई की जानी चाहिए।”उन्होंने आगे कहा, “मैंने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया था कि कुछ एजेंसियां यह कहते हुए एक कहानी बनाने की कोशिश कर रही हैं कि सभी कुकी उग्रवादी अभी शिविरों में हैं और सभी हथियार उनके पास हैं। इस तरह की कहानी गढ़ने से मणिपुर के लोगों को संदेह हो रहा है। आग कहां से आ रही है? दूसरी तरफ से कौन गोली चला रहा है?”
भारत में घुसे जब मणिपुर में हिंसा भड़की हुई थी
दरअसल, पिछले महीने मणिपुर सरकार ने राज्य में रहने वाले म्यांमार के अवैध अप्रवासियों का बायोमेट्रिक डेटा एकत्र करना शुरू कर दिया था। मणिपुर सरकार ने जुलाई में कुछ ही दिनों के भीतर 700 अवैध अप्रवासियों के राज्य में प्रवेश करने की खबरों पर चिंता व्यक्त की थी।गृह विभाग के बयान के अनुसार, 22 और 23 जुलाई को 301 बच्चों सहित 718 अवैध अप्रवासी मणिपुर के चंदेल जिले में घुस आए। वे उसी दौरान भारत में घुसे जब मणिपुर में हिंसा भड़की हुई थी।