कर्नाटक के मंगलुरु में 19 नवंबर को एक ऑटो रिक्शा में हुए धमाके की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने शुरू कर दी है और इसके लिए एजेंसी की तीन टीम शहर आई हैं।पुलिस सूत्रों ने बताया कि संदिग्ध आतंकवादी कृत्य से संबधित सभी दस्तावेज एनआईए को सौंपे जा रहे हैं जिसने औपचारिक रूप से बृहस्पतिवार को मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी।
मंगलुरु के पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार ने बताया कि राज्य के पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद के निर्देश पर मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि मामले का आरोपी और संदिग्ध मोहम्मद शारिक का स्वास्थ्य डॉक्टरों द्वारा स्थिर बताए जाने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की थी।उन्होंने बताया कि शारिक ऑटोरिक्शा में रखकर कुकर बम लेकर जा रहा था। ऑटोरिक्शा शहर के बाहरी इलाके नागोरी से गुजर रहा था कि कुकर बम में विस्फोट हो गया और शारिक करीब 40 प्रतिशत जल गया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान शारिक ने खुलासा किया कि उसे विदेश से पैसे मिलते थे, उसने ‘डार्क वेब’ के जरिये खाता खोला था और विदेशी मुद्रा को भारतीय मुद्रा में बदलवाता था। उन्होंने बताया कि शारिक इन रुपयों को विभिन्न खातों में स्थानांतरित करता था।सूत्रों ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि उसने मैसुरु में कई लोगों के बैंक खातों में रुपये भेजे थे जिनके आधार पर पुलिस ने मैसुरु में करीब 40 लोगों से पूछताछ की।
इस बीच, उडुपी जिले के पुलिस अधीक्षक एच अक्षय मछिंद्र ने पुष्टि की है कि आरोपी शारिक अक्टूबर महीने में जिला स्थित मशहूर श्री कृष्ण मठ गया था।उन्होंने उडुपी में संवाददाताओं को बताया कि पुलिस को पूछताछ के दौरान यह जानकारी मिली और मंगलुरु पुलिस आगे की जांच के लिए उडुपी आई थी।मछिंद्र ने बताया कि उन्होंने मंगलुरु की घटना के बाद उडुपी जिले के विभिन्न मंदिरों को सुरक्षा देने के लिए जिला उपायुक्त से चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर समन्वय समिति बनाई जाएगी जो समय-समय पर मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करेगी।