पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी को लेकर बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ ली हैं। उन्होनें कहा कि वह चाहती हैं इस पूरे मामले की सच्चाई जनता के सामने आनी चाहिए। हम किसी भ्रष्ट्राचार को बर्दाशत नहीं करते।अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो उसे दंडित किया जाना चाहिए, लेकिन मेरे खिलाफ चलाये जा रहे दुर्भावनापूर्ण अभियान की मैं निंदा करती हूं। मैंने कभी निजी फायदे के लिए राजनीति नहीं की। मैं राजनीति देश, समाज और लोगों की सेवा के लिए करती हूं। मैंने कभी सैलरी नहीं ली। हां मैं यह भी दावा नहीं करती कि मैं कोई संत हूं।
भाजपा पर साधा निशाना
ममता बनर्जी ने कहा अगर भाजपा को लगता है कि वह एजेंसियों का इस्तेमाल करके मेरी पार्टी को तोड़ सकती है तो वह गलत हैं। कल भाजपा के सोशल मीडीया प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट करकें ममता बनर्जी पर निशाना साधा था, अमित ने कहा था कि पार्थ चटर्जी के मामले में ममता बनर्जी की चुप्पी अपराध की ओर इशारा करती हैं।
ईडी के छापेमारी के दौरान सुर्खियों में आए बंगाली एक्ट्रेस अर्पित मुखर्जी को लेकर भी ममता ने कहा कि वह कोई भगवान नहीं हैं, जो सबके दोस्तों को जानती हैं। एक बार सभा में पार्थ चटर्जी ने सभा के पंडाल में अपनी एक महिला मित्र को बुलाया था। अर्पिता का सरकार और पार्टी से कोई संबंध नहीं है।
टीएमसी के खिलाफ सड़क पर उतरे भाजपा कार्यकर्ता
पश्चिम बंगाल में पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की गिरफ्तारी के बाद भाजपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए हैं। वहीं वाम फ्रंट में पीछे नहीं है। वह भी राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है। भाजपा नेताओं ने बर्दवान में पुलिस के सामने सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की है।