महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि राज्य कैबिनेट ने वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक का नाम बदलकर वीर सावरकर सेतु करने का फैसला किया है। शिंदे ने पहली बार 28 मई को दिवंगत हिंदुत्व विचारक की जयंती पर फैसले की घोषणा की।
जानें और किन जगहों के बदले गए नाम
इसके अलावा, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक का नाम भी बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति न्हावा शेवा अटल सेतु कर दिया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, हमने वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक का नाम बदलकर वीर सावरकर सेतु और मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक का नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति न्हावा शेवा अटल सेतु कर दिया है। पिछले वर्ष एकनाथ शिंदे सरकार द्वारा उठाए गए कई कदमों के बीच पुल का नाम हिंदुत्व आइकन के नाम पर रखा गया है। अहमदनगर का नाम मराठा रानी अहिल्या देवी होल्कर के नाम पर अहिल्यानगर रखा गया है। छत्रपति शिवाजी के बड़े बेटे छत्रपति संभाजी नगर के नाम पर औरंगाबाद का नाम बदल दिया गया। इसी तरह उस्मानाबाद का नाम बदलकर धाराशिव कर दिया गया।
महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना की बढ़ी सीमा
बुधवार को एकनाथ शिंदे कैबिनेट द्वारा लिए गए अन्य फैसलों में महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना की सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है और इसका लाभ सभी को दिया जाएगा। हमने महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना की सीमा को 1.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने का भी बड़ा निर्णय लिया है। योजना का लाभ अब राज्य के सभी 12.5 करोड़ लोगों को दिया जाएगा। कोई नहीं एकनाथ शिंदे ने कहा, उनके चिकित्सा लाभ से वंचित कर दिया जाएगा।