महाराष्ट्र की सियासत में कभी भी सियासी में उबाल आ जाता है। पार्टियों की गठजोड़ की बात हो या फिर पार्टी में फूट पड़ना ये सब महाराष्ट्र में कभी भी हो जाता है। जो अब यहां राजनीति में नया है। बीते दिनों चाचा – भतीजे की मुलाकात के बाद राजनितिक गलियारो में कई कयास लगाए जा रहे। हलांकि इन सब के बीच एनसीपी नेता शरद पवार ने इस मुलाकात पर अपनी प्रतिक्रिया से स्पष्ट किया था। वो बीजेपी के साथ नहीं जा रहे और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ हुई मुलाकात को पारिवारिक बताया।
इंडिया गठबंधन के साथ बने रहेंगे
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा, “शरद पवार ने कहा है कि वह इंडिया गठबंधन के साथ बने रहेंगे। मुझे भरोसा है कि वह इंडिया गठबंधन के साथ जाएंगे…”इस बीच, सुप्रिया सुले ने दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि किसी ने भी पोर्टफोलियो की पेशकश के साथ उनसे संपर्क नहीं किया है। कांग्रेस पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि वे ऐसे बयान क्यों दे रहे हैं।
मुझे ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं
सुले ने कहा, “मुझे ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं मिला है और न ही किसी ने मेरे साथ इस तरह की कोई बातचीत की है। आपको उनसे (महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं) से पूछना चाहिए कि वे ऐसे बयान क्यों दे रहे हैं। मुझे कोई जानकारी नहीं है।” मैं व्यक्तिगत रूप से सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और गौरव गोगोई जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के संपर्क में हूं, लेकिन मैं महाराष्ट्र में उनके किसी भी नेता के संपर्क में नहीं हूं।