महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने राज्य विधान परिषद के लिए सोमवार को होने वाले चुनाव में क्रॉस-वोटिंग की संभावना से इनकार करते हुए रविवार को कहा कि इस चुनाव में उनकी पार्टी के नेतृत्व वाले महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन में कोई विभाजन नहीं होगा।
ठाकरे ने शिवसेना के 56वें स्थापना दिवस के अवसर पर
ठाकरे ने शिवसेना के 56वें स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी के विधायकों और वरिष्ठ नेताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमने कल होने वाले विधान परिषद चुनावों के लिए अपने सभी विधायकों को एकजुट रखा है। इसे आज के समय में लोकतंत्र कहा जाता है।’’
ठाकरे ने कहा कि पार्टी को भविष्य में और अधिक विधायक चुने जाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। शिवसेना राज्य में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के साथ सत्ता में है। मुंख्यमंत्री ने कहा, ‘‘(महाराष्ट्र में छह सीटों के लिए 10 जून को हुए) राज्यसभा चुनाव में हार दुर्भाग्यपूर्ण थी। शिवसेना के वोट राज्यसभा चुनावों में विभाजित नहीं हुए थे। हमें पता है कि क्या गलत हुआ था। इसलिए, कल क्रॉस वोटिंग का कोई सवाल ही नहीं है।’’
शिवसेना में कोई ‘गद्दार’ नहीं हैं – ठाकरे
उन्होंने कहा कि शिवसेना में कोई ‘गद्दार’ नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कल का चुनाव दिखाएगा कि हमारे बीच कोई फूट नहीं है।’’
ठाकरे ने विश्वास व्यक्त किया कि एमएलसी चुनावों में शिवसेना के दोनों उम्मीदवार – सचिन अहीर और अमश्य पड़वी – नए नेता के रूप में उभरेंगे।
विधान परिषद की 10 सीटों के लिए कुल 11 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें एमवीए सहयोगियों – शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस – ने दो-दो उम्मीदवार उतार रहे हैं। भाजपा ने पांच उम्मीदवारों को नामित किया है।
ठाकरे ने शिवसेना के 56वें स्थापना दिवस के अवसर पर
ठाकरे ने शिवसेना के 56वें स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी के विधायकों और वरिष्ठ नेताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमने कल होने वाले विधान परिषद चुनावों के लिए अपने सभी विधायकों को एकजुट रखा है। इसे आज के समय में लोकतंत्र कहा जाता है।’’
ठाकरे ने कहा कि पार्टी को भविष्य में और अधिक विधायक चुने जाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। शिवसेना राज्य में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के साथ सत्ता में है। मुंख्यमंत्री ने कहा, ‘‘(महाराष्ट्र में छह सीटों के लिए 10 जून को हुए) राज्यसभा चुनाव में हार दुर्भाग्यपूर्ण थी। शिवसेना के वोट राज्यसभा चुनावों में विभाजित नहीं हुए थे। हमें पता है कि क्या गलत हुआ था। इसलिए, कल क्रॉस वोटिंग का कोई सवाल ही नहीं है।’’
शिवसेना में कोई ‘गद्दार’ नहीं हैं – ठाकरे
उन्होंने कहा कि शिवसेना में कोई ‘गद्दार’ नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कल का चुनाव दिखाएगा कि हमारे बीच कोई फूट नहीं है।’’
ठाकरे ने विश्वास व्यक्त किया कि एमएलसी चुनावों में शिवसेना के दोनों उम्मीदवार – सचिन अहीर और अमश्य पड़वी – नए नेता के रूप में उभरेंगे।
विधान परिषद की 10 सीटों के लिए कुल 11 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें एमवीए सहयोगियों – शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस – ने दो-दो उम्मीदवार उतार रहे हैं। भाजपा ने पांच उम्मीदवारों को नामित किया है।