मानसून के मौसम में महाराष्ट्र की राजनीति में नया भूचाल आ गया अभी तक शिव सेना के विवाद को शांति मिली ही थी की राष्ट्रिय कांग्रेस पार्टी में नया विवाद पैदा हो गया। सबसे पहले तो एनसीपी नेता अजित पवार का सरकार के समर्थन ने सभी चौंका दिया और साथ ही उन्हें उपमुख्यमंत्री बना दिया गया जिसके बाद देश की सत्ता के गलियारों में महाराष्ट्र की एनसीपी को लेकर जोरो से चर्चा है। सबसे बड़ी बात अजित पवार ने पार्टी पर अपनी दावेदारी ठोकी है।
राज्य विधानसभा में 40 से अधिक विधायकों का समर्थन
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार राज्य विधानसभा में 40 से अधिक विधायकों और विधान परिषदों में 6 से अधिक एमएलसी का समर्थन प्राप्त है।पार्टी सूत्रों ने कहा, अजित पवार को विधानसभा में 40 से अधिक विधायकों और विधान परिषद में 6 से अधिक एमएलसी का समर्थन प्राप्त है। महाराष्ट्र के नवनियुक्त डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा, “आज, हमने महाराष्ट्र सरकार को समर्थन देने का फैसला किया है और मंत्री पद की शपथ ली है। विभागों पर बाद में चर्चा होगी। राष्ट्रीय स्तर पर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, हमने सोचा कि हमें समर्थन करना चाहिए।
प्रधानमंत्री अन्य देशो में लोकप्रिय
देश पीएम मोदी के नेतृत्व में प्रगति कर रहा है। वह अन्य देशों में भी लोकप्रिय हैं। हर कोई उनका समर्थन करता है और उनके नेतृत्व की सराहना करता है। हम आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव उनके (भाजपा) साथ लड़ेंगे और इसीलिए हमने यह कदम उठाया है।इससे पहले आज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता अजीत पवार रविवार को महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए और राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।