भोपाल (मनीष शर्मा) : भोपाल में मध्य प्रदेश के सचिवालय सतपुड़ा भवन में सोमवार शाम करीब 4 बजे आग लग गई। तीसरी मंजिल से शुरू हुई आग छठी मंजिल तक पहुंच गई है। सतपुड़ा भवन में लगी आग ने राजनीतिक षड्यंत्र का रूप ले लिया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार की फाइलों को खत्म करने के लिए यह आग लगाई गई है।
जैसे यह खबर फैली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात और हर संभव मदद का आश्वासन दिया तथा पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। आग पर काबू नहीं पाते देख मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मदद मांगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के निर्देश पर आज रात एन 32 विमान और एमआई 15 हेलिकॉप्टर भोपाल पहुंच गए और आग बुझाने में मदद की। खबर लिखे जाने तक आग पर काबू पा लिया गया। केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निर्देश पर भोपाल का राजाभोज एयरपोर्ट रातभर खुला रहा। गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात कर फोर्स की मदद का आश्वासन दिया।
▪️दस्तावेज जलकर राख हुए…
सतपुड़ा भवन में कई विभागों दफ्तर हैं, जिनमें रखे दस्तावेज जलकर राख हो गए। बताया गया है कि चौथी मंजिल में हेल्थ डिपार्टमेंट की शिकायत शाखा में ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त में कर्मचारियों-अधिकारियों के खिलाफ की गई शिकायतों और जांच समेत अन्य फाइलें और दस्तावेज रखे थे, जिनके जलने का अनुमान है। मध्य प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग को एक अकेला ऐसा विभाग है जहां हजारों करोड़ के अभी तक घोटाले हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के कई संचालक भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हुए हैं। आग की सूचना मिलते ही 20 से ज्यादा दमकल यूनिट मौके पर पहुंचीं। एसडीईआरफ और सीआईएसएफ की टीम भी पहुंची। लेकिन आग बुझाने में सफल नहीं हो पाई हैं। गनीमत यह रही कि आग से कोई जनहानि नहीं हुई है।
अब जानिए जिन फ्लोर में आग लगी, वहां कौन से दफ्तर हैं
सतपुड़ा भवन में आग सबसे पहले थर्ड फ्लोर पर लगी। इस फ्लोर पर अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना का दफ्तर है। यहां से आग चौथे, पांचवें और छठे फ्लोर तक पहुंची। इन तीनों फ्लोर पर स्वास्थ्य संचालनालय के दफ्तर हैं।
सीएम शिवराज कर रहे मॉनिटरिंग
सतपुड़ा भवन में आग लगने की घटना की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उनके निर्देश पर प्रशासन ने नगर निगम के साथ आर्मी, आईओसीएल, बीपीसीएल, एयरपोर्ट, सीआईएसएफ, भेल, मंडीदीप और रायसेन से फायर ब्रिगेड बुलाई हैं।
पुराने फर्नीचर और कागजों से भड़क रही आग
स्वास्थ्य विभाग में कुछ महीनों पहले इंटीरियर डेकोरेशन और रिनोवेशन का काम कराया गया था। इस दौरान बड़े पैमाने पर लकड़ी की पुरानी अलमारी और दूसरे फर्नीचर निकाले गए थे। जो स्वास्थ्य संचालनालय में ही रखे थे। आग इस पुराने लकड़ी के वेस्ट मटेरियल तक पहुंच गई। इस वजह से दमकल कर्मियों को आग बुझाने में मशक्कत करनी पड़ रही है।
▪️सतपुड़ा भवन में बैठते हैं तीन आईएएस अफसर..
सतपुड़ा भवन, जहां आग लगी है, वहां तीन आईएएस अफसर बैठते हैं। थर्ड फ्लोर पर आदिम जाति क्षेत्रीय विकास योजना के संचालक, 5th फ्लोर पर हेल्थ डायरेक्टर और 6वीं मंजिल पर हेल्थ कमिश्नर बैठते हैं।
▪️कांग्रेस ने जताई साजिश की आशंका…
कांग्रेस ने सतपुड़ा भवन में लगी आग के पीछे साजिश की आशंका जताई है। पूर्व मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट कर कहा- आग के बहाने घोटालों के दस्तावेज जलाने की साजिश तो नहीं।
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि किसी भी राज्य में चुनाव से पहले सरकारी रिकॉर्ड भवन में अगर आग लग जाए, तो समझो सरकार गई। गुनाह मिटा दिए गए। शिवराज जी और उनकी सरकार की चला चली की बेला है…।
बीजेपी ने कहा, कांग्रेस राजनीति कर रही…
सतपुड़ा भवन में आग को लेकर बयानबाजी पर बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा- ये गिद्द रूपी चारित्रिक कांग्रेस है। इसे लाशों पर राजनीति करने में मजा आता है। दुर्घटनावश लगी आग पर मखौल उड़ाने में मजा आता है। ये अपने आप में दुखद है। आग पर काबू पाने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री निगरानी कर रहे हैं। जल्द ही, आग पर काबू पा लिया जाएगा।